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खनिज माफिया ने 33 केवी बिजली टावर को बनाया निशाना, डिस्कॉम के अधिकारियों ने लिया जायजा - धौलपुर में खनिज माफिया सक्रिय

पूरे देश में इन दिनों लॉकडाउन है. ऐसे में खनन माफियाओं ने नरपुरा गांव के पास पत्थर की खुदाई करते हुए विद्युत टावरों को निशाना बनाया. जिसके कारण टावर कभी भी गिर सकता है. वहीं शुक्रवार को डिस्कॉम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया.

धौलपुर में खनिज माफिया सक्रिय, Mineral mafia active in Dhaulpur
डिस्कॉम के अधिकारियों ने लिया जायजा
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Published : May 1, 2020, 5:28 PM IST

धौलपुर. जिले में लॉकडाउन का फायदा उठाने में खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं. खनन माफियाओं ने नरपुरा गांव के पास पत्थर की खुदाई करते हुए विद्युत टावरों को निशाना बनाया है. 33 केवी के टावर के चारों तरफ खुदाई करने से टावर की बुनियाद कमजोर हो गई है. जिसके कारण विद्युत टावर कभी भी गिर सकता है.

जिससे बड़ा हादसा तो होगा ही साथ में भरतपुर-धौलपुर जिले की विद्युत आपूर्ति भी महीनों तक प्रभावित हो सकती है. विद्युत निगम की तरफ से खनिज विभाग को कई बार लिखित में पत्र देकर अवगत भी कराया है, लेकिन खनन माफियाओं के खिलाफ विभाग की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया है. जिसके कारण विद्युत टावर हादसे का इंतजार कर रहा है.

खनिज माफिया ने 33 केवी बिजली टावर को बनाया निशाना

पढ़ेंः SPECIAL: पुलिसकर्मियों की रगों में जो खून बहता है, वह सेल्फ मोटिवेटेड है: एडिशनल डीसीपी

डिस्कॉम के अधिकारियों ने शुक्रवार को टावर के पास पहुंचकर उसका निरीक्षण किया. टावर के चारों तरफ खुदाई होने से बुनियाद पूरी तरह से कमजोर हो चुकी है. जो कभी भी हादसे का सबब बन सकती है.

गौरतलब है कि कोविड-19 संक्रमित पाए इलाकों में कर्फ्यू लगने से पुलिस और प्रशासन व्यस्त हो गया है. वहीं पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया हुआ है. इसका फायदा और लाभ जिले के खनन माफियाओं ने उठाना शुरू कर दिया है. नरपुरा गांव के पास पत्थर खनन माफियाओं ने विद्युत पावर को ही निशाना बना डाला.

पढ़ेंः SPECIAL: वस्त्र नगरी में फिर में खिल उठा प्रकृति का सौंदर्य, 20 साल बाद प्रदूषण न्यूनतम स्तर पर

33 केवी लाइन के टावर के चारों तरफ खुदाई करने से बुनियाद पूरी तरह से कमजोर हो चुकी है. आलम यहां तक पहुंच गया है कि टावर कभी भी गिर सकता है. जिसके कारण बड़ा हादसा होना स्वाभाविक है. उसके अलावा धौलपुर का 220 केवी का प्रोजेक्ट पूरा डंप हो जाएगा.

विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता सोन सिंह मीणा ने बताया 33 केवी भरतपुर-धौलपुर लाइन का टावर नरपुरा गांव के पास स्थित है. जिसके चारों तरफ पिछले लंबे समय से अवैध खनन किया जा रहा है. पत्थर की खुदाई होने से 33 केवी टावर की बुनियाद पूरी तरह से कमजोर हो चुकी है. जिसके कारण टावर कभी भी गिर सकता है.

पढ़ेंः जयपुर: कलेक्ट्रेट में ई-पास के लिए आए 18 हजार आवेदन, साढ़े पंद्रह हजार रद्द

मीणा ने कहा कि समस्या को लेकर कई बार माइनिंग विभाग को लिखित में अवगत करा दिया गया है, लेकिन अभी तक पत्थर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई हैं. खनन माफियाओं द्वारा लॉकडाउन का फायदा उठाया जा रहा है. शुक्रवार को डिस्कॉम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया. समय रहते प्रशासन पुलिस और खनिज विभाग ने प्रभावी कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया तो 220 केवी विद्युत प्रोजेक्ट पूरा डंप हो जाएगा.

धौलपुर. जिले में लॉकडाउन का फायदा उठाने में खनन माफिया सक्रिय हो गए हैं. खनन माफियाओं ने नरपुरा गांव के पास पत्थर की खुदाई करते हुए विद्युत टावरों को निशाना बनाया है. 33 केवी के टावर के चारों तरफ खुदाई करने से टावर की बुनियाद कमजोर हो गई है. जिसके कारण विद्युत टावर कभी भी गिर सकता है.

जिससे बड़ा हादसा तो होगा ही साथ में भरतपुर-धौलपुर जिले की विद्युत आपूर्ति भी महीनों तक प्रभावित हो सकती है. विद्युत निगम की तरफ से खनिज विभाग को कई बार लिखित में पत्र देकर अवगत भी कराया है, लेकिन खनन माफियाओं के खिलाफ विभाग की तरफ से कोई एक्शन नहीं लिया गया है. जिसके कारण विद्युत टावर हादसे का इंतजार कर रहा है.

खनिज माफिया ने 33 केवी बिजली टावर को बनाया निशाना

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डिस्कॉम के अधिकारियों ने शुक्रवार को टावर के पास पहुंचकर उसका निरीक्षण किया. टावर के चारों तरफ खुदाई होने से बुनियाद पूरी तरह से कमजोर हो चुकी है. जो कभी भी हादसे का सबब बन सकती है.

गौरतलब है कि कोविड-19 संक्रमित पाए इलाकों में कर्फ्यू लगने से पुलिस और प्रशासन व्यस्त हो गया है. वहीं पूरे देश में लॉकडाउन घोषित किया हुआ है. इसका फायदा और लाभ जिले के खनन माफियाओं ने उठाना शुरू कर दिया है. नरपुरा गांव के पास पत्थर खनन माफियाओं ने विद्युत पावर को ही निशाना बना डाला.

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33 केवी लाइन के टावर के चारों तरफ खुदाई करने से बुनियाद पूरी तरह से कमजोर हो चुकी है. आलम यहां तक पहुंच गया है कि टावर कभी भी गिर सकता है. जिसके कारण बड़ा हादसा होना स्वाभाविक है. उसके अलावा धौलपुर का 220 केवी का प्रोजेक्ट पूरा डंप हो जाएगा.

विद्युत निगम के अधिशासी अभियंता सोन सिंह मीणा ने बताया 33 केवी भरतपुर-धौलपुर लाइन का टावर नरपुरा गांव के पास स्थित है. जिसके चारों तरफ पिछले लंबे समय से अवैध खनन किया जा रहा है. पत्थर की खुदाई होने से 33 केवी टावर की बुनियाद पूरी तरह से कमजोर हो चुकी है. जिसके कारण टावर कभी भी गिर सकता है.

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मीणा ने कहा कि समस्या को लेकर कई बार माइनिंग विभाग को लिखित में अवगत करा दिया गया है, लेकिन अभी तक पत्थर खनन माफियाओं के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई हैं. खनन माफियाओं द्वारा लॉकडाउन का फायदा उठाया जा रहा है. शुक्रवार को डिस्कॉम के अधिकारियों ने मौके पर पहुंचकर हालातों का जायजा लिया. समय रहते प्रशासन पुलिस और खनिज विभाग ने प्रभावी कार्रवाई को अंजाम नहीं दिया तो 220 केवी विद्युत प्रोजेक्ट पूरा डंप हो जाएगा.

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