धौलपुर. जिले के डॉ मंगल सिंह जिला चिकित्सालय में मंगलवार शाम को राजस्थान मेडिकेयर रिलीफ सोसायटी की बैठक जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल की अध्यक्षता मे आयोजित की गई. बैठक मे उन्होंने कहा कि संवेदनशील जबाबदेही प्रशासन के तहत अपनी जिम्मेदारी निर्वहन करते हुए और वित्तीय क्षमता को देखते हुए किसी भी प्रकार अनियमितता नहीं होनी चाहिए.
जिला कलेक्टर ने बैठक में सदस्यों की उपस्थिति में आरएमआरएस मद से किए गए व्यय का अनुमोदन किए जाने का प्रस्ताव और मरीजों को बेहतर चिकित्सा सुविधा प्रदान करने के निर्देश दिए. बैठक में उन्होंने फिमेल मेडीकल वार्ड प्रथम यूनिट और द्वितीय यूनिट पूर्व में पुराने परिसर में संचालित को नवीन मेडीकल वार्ड पूर्व जनाना अस्पताल परिसर में संचालित किए जाने और एमसीएच में ब्लड स्टोरेज यूनिट संचालित, नवीन 10 बैडेड आईसीयू का संचालन और इमरजेंसी परिसर से बीसीएमओं कार्यालय होते हुए एमसीएच तक कॉरीडर बनवाने पर विस्तार से चर्चा की.
पढ़ेंः स्पेशल स्टोरी: मानसागर झील जीव त्रासदी पर पर्यटकों ने दी नसीहत, मछलियों की मौत पर प्रशासन हो गंभीर
साथ ही उन्होंने प्रत्यके वार्ड में सेमी आईसीयू, एमसीएच ओपीडी में पेडियाट्रिक इमरजेंसी, एमसीएच पीडियाट्रिक आईसीयू 10 बैड वेन्टीलेटर सहित, ट्रोमा सेन्टर में ट्रोमा ऑपरेशन थिएटर का संचालन, जिला चिकित्सालय परिसर में नवीन सोनोग्राफी की स्थापना एवं सोनोलॉजिस्ट की व्यवस्था, कॉरीडर में फर्श और टीनशैड का निर्माण, रिकॉर्ड रूम में आयरन रैक खरीदने के बिन्दूओं के साथ ही प्लेसमेन्ट एजेन्सी के माध्यम से विभिन्न कार्मिकों की सेवाओं के संचालन पर विस्तार से चर्चा की गई.
जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने कहा कि ट्रोमा वार्ड को चालू करने से पहले वेन्टीलेटरों की स्थिति के बारे में अवगत कराना सुनिश्चित करें. रिकॉर्ड रखने के लिए क्रय की जाने वाली अलमारियों में अभिलेखाकार के रिकॉर्ड को कोड से सम्बन्धित और महालेखाकार की ऑडिट पैरा का निस्तारण नहीं होने तक रिकॉर्ड रखने के निर्देश दिए.
पढ़ेंः कॉलेज निरीक्षण की रिपोर्ट देने के लिए रिश्वत लेने वालों को सजा
साथ ही कलेवा योजना के तहत दिए जाने वाले कलेवा गुणवत्तापूर्ण होना चाहिए, इसके लिए माह में दो बार आकस्मिक सैम्पलिंग लेकर जॉच किया जाना सुनिश्चित करें. साथ ही उन्होने कहा कि कलेवा योजना की व्यवस्था में परिवर्तन करते हुए वेण्डर से ऑनलाइन रिकॉर्ड संधारण कराना सुनिश्चित करें. वहीं मथुरा रिफाइनरी द्वारा क्रय की जाने वाली मशीनों के लिए निविदा जारी करते हुए पूर्ण कार्यवाही करना सुनिश्चित करें.
जिला कलेक्टर ने कहा कि कमेटी गठित कर बेकार सामान का निस्तारण किया जाना सुनिश्चित करें. साथ ही उन्होंने कहा कि ब्लड रिपोर्टिंग का कार्य ऑनलाइन ही किया जाना सुनिश्चित करे. चिकित्सालय में कचरा संग्रहण ट्रॉली क्रय, मुख्य ऑपरेशन थियेटर, बर्न वार्ड और इमरजेन्सी में इनवर्टर की खराब बैटरियों को बदलने की व्यवस्था सुनिश्चित की जाए.
पढ़ेंः राजस्थान हाईकोर्ट ने निम्स चेयरमैन तोमर को दुष्कर्म प्रकरण में दी राहत
इस दौरान बैठक में मुख्य चिकित्सा एंव स्वास्थ्य अधिकारी डॉ गोपाल प्रसाद गोयल, पीएमओ डॉ समरवीर सिकरवार, धौलपुर विधायक शोभारानी सहित सम्बन्धित विभागीय अधिकारी उपस्थित रहे.