धौलपुर. जिले के एनएचएम नर्सेज संघर्ष समिति ने वेतन विसंगति की मांग को लेकर जिला अस्पताल में चिकित्सा विभाग के खिलाफ धरना प्रदर्शन किया. जिले के एनएचएम चिकित्सा कर्मी लंबे समय से वेतन विसंगति को दूर करने की मांग करते आ रहे हैं. इसे लेकर चिकित्सा कर्मियों में भारी आक्रोश है.
चिकित्सा कर्मियों ने बताया कि स्थायीकरण होने तक मानदेय मे बढ़ोतरी की मांग करने के साथ यूटीवी नर्सिंग कर्मियों के समकक्ष श्रमिक कानूनों के अनुसार 26 हजार 500 प्रतिमाह मानदेय देने की मांग की है. उन्होंने कहा कि राजस्थान में संविदा यूटीबी और अन्य परियोजनाओं पर लगे नर्सेज को 26 हजार 500 रुपए मासिक मिल रहे हैं, जबकि एनएचएम की ओर से लगे कर्मचारियों को पिछले कई सालों से 7 हजार 900 रुपए मासिक मानदेय दिया जा रहा है.
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संघर्ष समिति की जिला महामन्त्री रेखा ने बताया कि सरकार की दोहरी नीति की ओर से नर्सेज का सन 2007 से ही शोषण हो रहा है. इसलिए नर्सेज संगठनों की मूल मांग ये है कि राज्य में कार्यरत सभी प्रोजेक्ट में लगे संविन्दा नर्सेज का समान योग्यता और समान काम के आधार पर न्यूनतम 26 हजार 500 मानदेय करना चाहिए. नर्सिंग कर्मचारी समय समय पर मुख्यमंत्री और चिकित्सा मंत्री को ज्ञापन के माध्यम से अवगत कराते रहे हैं, फिर भी राज्य सरकार का इन अल्प वेतन भोगी नर्सेज की ओर ध्यान नहीं गया है. हाल ही में संभाग मुख्यालयों पर यूटीवी पर जारी भर्ती में भी सात हजार नौ सौ रुपए प्रतिमाह पर भर्ती निकाली है, जो नर्सेज के आर्थिक हितों का शोषण है.