धौलपुर. देश के कई जगहों से आए दिन सांप काटने के तमाम मामले सामने आते हैं. प्राय: ग्रामीण क्षेत्रों में लोग जानकारी के अभाव में नीम-हाकिम, झाड़ भूंक और भोपाओं के झांसे में आकर जान से हाथ धो बैठते हैं. लेकिन अब लोगों को ऐसा करने की आवश्यकता नहीं होगी.
जी हां, धौलपुर में आयोजित एक दिवसीय मेडिकल शिविर में डॉ. रामकेश ने एक महत्तवपूर्ण जानकारी दी. उन्होंने कहा कि अब सर्प काटने पर किसी को घबराने की जरुरत नहीं है. क्योंकि इसके उपचार के लिए सभी जरूरी दवाईयां उपलब्ध हैं. उन्होंने कहा कि वे अपनी चिकित्सा सेवा के दौरान वे हजारों मरीजों को उपचार देकर नया जीवन प्रदान किए हैं. ग्रामीण क्षेत्रों में अधिकांश कोबरा, अजगर जैसे बिषैले सर्प पाए जाते हैं. जो किसानों और ग्रामीण इलाकों में रहने वाले लोगों को अपना शिकार बनाते हैं. लेकिन जानकारी के अभाव में ग्रामीण नीम-हकीमों के पास चले जाते हैं और मजबूरन उन्हें अपनी जान गंवानी पड़ती है. लेकिन अब चिकित्सा क्षेत्र में सर्प के काटने का उचित और सम्पूर्ण उपचार उपलब्ध है.
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डॉ. ने बताया कि कोबरा सर्प के काटने से मनुष्य के शरीर के नर्वस सिस्टम प्रभावित होता है. जिसमे मरीज को बेहोशी, नींद और अधिक स्वांस लेने में तकलीफ होती है. इस कारण मरीज की जान चली जाती है. मेडिसन में इसके जहर को खत्म करने के लिए एंटी स्नेक वीनोम देकर सर्प दंश के जहर के प्रभाव से बचा जा सकता है. डॉ रामकेश ने बताया कि सर्प दंश के शिकार लोग घबराएं न. क्योंकि चिकित्सा के क्षेत्र में इसका सम्पूर्ण उपचार संभव है, जिसका समय रहते लाभ उठाया जा सकता है.