धौलपुर. जिले के बाड़ी कोतवाली थाना क्षेत्र के निजी अस्पताल राधारानी (Radha Rani Hospital Dholpur) में मंगलवार को एक प्रसूता की मौत हो जाने से परिजनों ने हंगामा खड़ा कर दिया. प्रसूता की मौत के बाद आक्रोशित परिजनो ने चिकित्सकों पर इलाज में लापरवाही का आरोप लगाते हुए पुलिस थाने में निजी अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज कराया हैं. पुलिस ने शव को कब्जे में लेकर राजकीय सामान्य चिकित्सालय बाड़ी की मोर्चरी में रखवा दिया और परिजनों द्वारा दी गई रिपोर्ट पर पुलिस ने निजी अस्पताल के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की धारा 304,420,336,143 व मेडिकल काउंसिल एक्ट-1956 की धारा 3 में मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.
डिलीवरी में घोर लापरवाही का आरोप : पुलिस रिपोर्ट में प्रसूता के पति मोनू निवासी गांव मनरूप का पुरा बसेड़ी ने बताया कि 6 दिसंबर को वह अपनी पत्नी भूरो को बसेड़ी के राजकीय चिकित्सालय में दिखाने के लिए ले गया था. जहां डॉक्टर ने ऑपरेशन से बच्चा होने की बात कही. इसके बाद पीड़ित 7 दिसंबर को अपनी पत्नी भूरो को लेकर राधा रानी अस्पताल में गया, जहां अस्पताल में डॉक्टर और नर्सिंग स्टाफ सहित दस कार्मिक मौजूद थे.
राधारानी अस्पताल में डॉक्टरों ने पीड़ित की पत्नी भूरो को देखकर कहा कि हम सामान्य डिलीवरी करा देंगे और जिसका खर्चा 21 हजार रूपये आएगा. पीड़ित ने 21 हजार रुपये जमा करा दिए. इसके बाद निजी अस्पताल राधा रानी में कार्यरत स्टाफ ने पीड़ित की पत्नी का इलाज शुरू कर दिया. डिलीवरी में घोर लापरवाही (Negligence In Delivery In Dholpur) बरत कर उसकी प्रसव के दौरान बिना बताए गलत तरीके से ऑपरेशन कर दिया.
ऑपरेशन के बाद पीड़ित की पत्नी भूरो के अधिक रक्त स्त्राव होने से उसकी तबीयत बिगड़ने लगी और अधिक रक्त स्त्राव होने से पीड़ित की पत्नी की राधा रानी अस्पताल में ही मौत (Maternal Death In Dholpur Hospital) हो गई. जिसके बाद अस्पताल के चिकित्सकों और नर्सिंग स्टाफ ने रैफर करने का बहाना बनाकर एक एंबुलेंस को बुलाकर मृत पत्नी के शरीर को एंबुलेंस में रखकर आगरा के लिए भेज दिया.
निजी अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज : पीड़ित ने रिपोर्ट में बताया कि एंबुलेंस में राधारानी अस्पताल के दो डॉक्टर भी बैठ कर गए, जो आगरा में मौजूद राधा रानी अस्पताल तक ले जाकर एंबुलेंस में से दोनों डॉक्टर गायब हो गए. घटना के बाद आक्रोशित परिजन शव को लेकर बाड़ी स्थित राधारानी अस्पताल लेकर पहुंच गए, जहां से पुलिस ने समझाइश कर शव को बाड़ी के सरकारी अस्पताल की मोर्चरी में रखवाया है. पुलिस ने निजी अस्पताल के खिलाफ मामला दर्ज कर कानूनी कार्रवाई शुरू कर दी है.