बाड़ी (धौलपुर). बाड़ी उपखंड पर जंबो फिनवेस्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड ने भारी पुलिस बल के सहयोग से राज पैलेस होटल को कब्जे में ले लिया. यह कार्रवाई जिला कलेक्टर के आदेश पर सेक्शन 14 के तहत कर्जदार की संपत्ति को पजेशन में लिया है. बसेड़ी रोड पर स्थित राज पैलेस होटल के मालिक को कंपनी द्वारा एक महीने की हिदायत दी गई है. अगर कर्जदार एक महीने में कंपनी से लिया गया कर्ज वापस नहीं करता है तो सभी संपत्ति को नीलाम कर दिया जाएगा.
बता दें कि मामला ये है कि बाड़ी उपखंड निवासी राजवीर सिंह पुत्र भरत सिंह परमार ने जंबो फिनवेस्ट इंडिया प्राइवेट लिमिटेड से साल 2016 में डेढ़ करोड़ रुपए का लोन लिया था. लेकिन कर्जदार ने तीन साल से अधिक समय बीत जाने पर भी कंपनी में एक भी किश्त जमा नहीं कराई. कंपनी का कर्जदार राजवीर सिंह परमार पर ब्याज सहित तीन करोड़ से भी अधिक रुपए का कर्जा हो गया. इसके बाद कंपनी ने कर्जदार राजवीर को कई बार नोटिस भेजवाया.
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लेकिन कर्जदार ने इसके बाबजूद भी कंपनी से लिया गया कर्ज़ नहीं लौटाया. जिस पर भारी पुलिस बल के सहयोग से जिला कलेक्टर के आदेश पर कर्जदार की संपत्ति को पजेशन में लिया गया है. वहीं इस कार्यवाही से शहर में हड़कंप मचा हुआ है. ऐसे में लोगों की भारी तादाद में भीड़ बसेड़ी रोड स्थित बिल्डिंग के आसपास कार्रवाई को देखने उमड़ पड़ी. इस कार्रवाई के दौरान थानाधिकारी अमित कुमार शर्मा के साथ एसआई गुलाब सिंह, पोप सिंह, सुरेंद्र सिंह के साथ महिला एसआई रुक्मणि गुर्जर और दर्जनों की संख्या में महिला और सशस्त्र पुलिस जवान मौके पर तैनात रहे.
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वही जंबो फिनबेस्ट इंडिया लिमिटेड कंपनी के भरतपुर जोनल मैनेजर जितेंद्र सिंह जादौन ने बताया कि जम्बों फिनबेस्ट इंडिया लिमिटेड कंपनी से आरोपी राजवीर सिंह परमार डेढ़ करोड़ रुपए भवन निर्माण के लिए लोन लिया था. जिसकी एक भी किश्त जमा नहीं कराई गई. ऐसे में कंपनी ने नोटिस भी दिया. कंपनी ने तय स्कीम के तहत पैसा जमा कराने का आग्रह किया, लेकिन कोई सुनवाई नहीं हुई. ऐसे में सेक्शन 14 के तहत जिला कलेक्टर नेहा गिरी के निर्देश पर बाड़ी थानाधिकारी अमित शर्मा और महिला पुलिस जवानों का सशस्त्र पुलिस जाब्ता बसेड़ी रोड स्थित बिल्डिंग पर पहुंचा और कार्रवाई शुरू की.
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वहीं भवन में रहने वाले लोगों द्वारा शुरू में जब गेट नहीं खोले गये तो कंपनी के अधिकारी सीढ़ी लगाकर ऊपर चढ़ें और परिजनों से समझाइश की. इसके बाद बिल्डिंग के कमरों को खोलकर कपनी कर्मचारियों ने आरोपी राजवीर सिंह की बिल्डिंग को अपने कब्जे में लिया है. कंपनी के लीगल एडवाइजर ईश्वर सिंह और लोकेन्द्र सिंह का कहना है कि फायनेंस का पैसा नहीं चुकाने पर कंपनी द्वारा प्रशासन के सहयोग से यह कार्रवाई की गई है. आरोपी को एक महीने में पैसा चुकाने का अब नोटिस दिया जायेगा. इसके बाद भी पैसा नहीं भरने पर बिल्डिंग की कुर्की की जायेगी.