धौलपुर. जेल प्रशासन द्वारा इस बार कोरोना संक्रमण के बढ़ते खतरे को देखते हुए रक्षाबंधन का त्योहार नहीं मनाया गया है. ऐसे में प्रशासन ने जेल में बंद कैदियों के लिए रक्षाबंधन पर विशेष वीडियो कॉन्फ्रेंस की सुविधा उपलब्ध करवाई है. इस वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से जेल में बंद कैदियों ने अपने परिजनों से मुलाकात की और रक्षाबंधन का त्योहार मनाया.
कोरोना संक्रमण के बढ़ते कहर को देखते हुए जेल प्रशासन द्वारा इस बार मुलाकात और त्योहार मनाने पर पाबंदी लगाई है. गौरतलब है कि इस बार रक्षाबंधन का त्योहार जेल प्रशासन की ओर से नहीं मनाया गया. जेल के अंदर पूर्व में कोरोना संक्रमित मरीज निकले थे. उसके अलावा जिले में कोरोना रोगियों की संख्या में भारी इजाफा हो रहा है. जिसे देखते हुए जेल प्रशासन ने रक्षाबंधन के त्योहार को नहीं मनाने का निर्णय लिया था.
जेल अधीक्षक राम अवतार शर्मा ने जानकारी देते हुए बताया कि कोरोना संक्रमण को देखते हुए रक्षाबंधन के त्यौहार को मनाने पर पाबंदी जेल प्रशासन ने लगाई है. जेल के अंदर भी कैदी कोरोना पॉजिटिव हो रहे हैं. ऐसे में संक्रमण आगे और विकराल रूप नहीं ले, इसके लिए जेल प्रशासन ने यह निर्णय लिया है, लेकिन जेल में बंद कैदियों के अधिकारों का हनन नहीं हो, इसके लिए विशेष वीडियो कॉन्फ्रेंस की सुविधा दी गई है.
पढ़ेंः SPECIAL: कोरोना संकट की भेंट चढ़ा रक्षाबंधन का त्योहार, बाजारों से रौनक गायब
जेल में बंद कैदियों को वीडियो कॉन्फ्रेंस के माध्यम से परिजनों से मुलाकात कराई गई है. इस मुलाकात से कैदी और उनके परिजन काफी खुश दिखाई दिए हैं. जेल प्रशासन की तरफ से एसटीडी कॉलिंग की भी सुविधा कैदियों को दी गई है. सोमवार को रक्षाबंधन के त्योहार पर अधिकांश कैदियों ने अपने परिजनों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से रूबरू होकर मुलाकात की है. जिसके बाद जेल में बंद कैदी और उनके परिजनों ने रक्षाबंधन के त्यौहार को सेलिब्रेट किया है.