धौलपुर. जिला कारागार में बुधवार को वर्चस्व की लड़ाई को लेकर मेडिकल कैंप के दौरान कुख्यात डकैत रहे मुकेश गैंग के तीन गुर्गों ने बेरिक नंबर 4 के कैदी पर हमला कर दिया. हमले में घायल हुए कैदी को जिला अस्पताल भर्ती कराया गया था, जहां से उपचार के बाद उसे जिला कारागार में शिफ्ट करा दिया है. जेल प्रशासन ने हमलावर कैदियों के खिलाफ मुकदमा दर्ज करा दिया है.
मेडिकल कैंप के दौरान हमला : जेल सुप्रिडेंट रामअवतार शर्मा ने बताया कि प्रत्येक बुधवार को जिला कारागार में मेडिकल कैंप लगाया जाता है. मेडिकल कैंप के दौरान कैदियों का चेकअप किया जाता है और स्वास्थ्य संबंधी समस्या होने पर इलाज किया जाता है. उन्होंने बताया कि बुधवार को पांच चिकित्सकों की टीम की ओर से जेल के अंदर कैंप लगाया गया था. कैंप के दौरान बेरिकों में बंद कैदियों को बाहर निकाला गया था. इस दौरान घात लगाकर बैठे बेरिक नंबर 10 के कैदी प्रबल प्रताप सिंह पुत्र हरिओम निवासी सैंपऊ, अजीत पुत्र राजकुमार निवासी रतनपुर बसेड़ी और कल्याण उर्फ कालीचरण पुत्र शिब्बू निवासी मुरावली कंचनपुर ने लामबंद होकर बेरिक नंबर 4 के कैदी रविंद्र उर्फ कालू पुत्र अनूप सिंह निवासी गडरपुर पर हमला कर दिया.
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वर्चस्व की लड़ाई को लेकर मारपीट : उन्होंने बताया कि आरोपियों के हमले में बेरिक नंबर 4 का कैदी रविंद्र उर्फ कालू घायल हो गया. उपचार के लिए उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. अस्पताल से इलाज के बाद घायल बंदी को फिर से जिला कारागृह में शिफ्ट करा दिया है. उन्होंने बताया कि जेल प्रशासन की ओर से तीनों हमलावर कैदियों के खिलाफ कोतवाली पुलिस थाने में नामजद मुकदमा दर्ज करा दिया है. प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि कैदियों में वर्चस्व की लड़ाई को लेकर मारपीट हुई है.
हमलावर कैदी हार्डकोर अपराधी : हमलावर आरोपी कैदी प्रबल प्रताप सिंह, अजीत और कल्याण सिंह एक लाख के इनामी डकैत रहे मुकेश ठाकुर गैंग के सक्रिय सदस्य रहे हैं. उनके खिलाफ जिला समेत उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश में हत्या के प्रयास, लूट, डकैती जैसी संगीन धाराओं में आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. हालांकि डकैत मुकेश ठाकुर को उत्तर प्रदेश पुलिस ने पिछले वर्ष मुठभेड़ में ढ़ेर कर दिया था. मुकेश ठाकुर का एनकाउंटर हो जाने के बाद गैंग बिखर गई और अधिकांश अपराधियों को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया गया.