धौलपुर. इंडियन मेडिकल एसोसिएशन धौलपुर के नेतृत्व में मंगलवार को चिकित्सकों की बैठक आयोजित हुई. बैठक में चिकित्सकों ने जिला चिकित्सालय में तैनात सर्जन रामविलास गुर्जर के निलंबन की कार्रवाई की निंदा की गई. इसके बाद इस सबंध में जिला कलक्टर को ज्ञापन सौंपा गया.
गौरतलब है कि 17 मई की देर रात को सदर थाना क्षेत्र की 8 वर्षीय नाबालिग बच्ची के साथ दुष्कर्म की घटना हुई थी. बच्ची को गंभीर हालत में परिजनों ने चिकित्सक रामविलास गुर्जर के क्लीनिक पर भर्ती कराया था. जहां चिकित्सक ने बिना पुलिस और प्रशासन को सूचना दिए बिना बच्ची का उपचार किया था.
प्रकरण में जिला प्रशासन ने संज्ञान लेते हुए डॉ रामविलास गुर्जर को निलंबित कर दिया था. वहीं आईएमए सदस्यों का कहना है कि दुष्कर्म पीड़िता के परिजनों ने चिकित्सक को गलत जानकारी दी थी. जिस वजह से चिकित्सक ने मानवता निभाते हुए बालिका की जान को बचाने की कोशिश की. चिकित्सक ने बालिका के परिजनों को उसे सरकारी अस्पताल में भर्ती करने की सलाह भी दी थी.
चिकित्सकों द्वारा दिए गए ज्ञापन में बताया गया है कि चिकित्सक ने मामले की सच्चाई पता चलने पर परिजनों को पुलिस थाने में सूचना देने की बात भी कही. चिकित्सकों ने बताया कि मामले में नियमानुसार प्रशासन और पुलिस को 24 घंटे के भीतर सूचना दे दी गई थी. मामले में आज जिला अस्पताल के समस्त चिकित्सकों ने इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के सचिव हरिओम गर्ग के नेतृत्व में जिला कलेक्टर को ज्ञापन प्रेषित किया है. ज्ञापन में चिकित्सक के निलंबन की वापसी की मांग की गई है।