धौलपुर. जिले में रविवार को हुई झमाझम बारिश से जहां आमजन को उमस भरी गर्मी से भारी राहत मिली है, तो वहीं बारिश जिले के किसानों के लिए अमृत बनकर बरसी है. पूर्वी राजस्थान में मौसम विभाग ने हाल ही में भारी बारिश की चेतावनी दी थी. आसमान में बादलों की घनघोर घटाएं छा रही है. पिछले एक हफ्ते से जिले में बारिश नहीं हो रही थी. जिससे लोग गर्मी और उमस से परेशान थे. उधर खरीफ की फसल के लिए भी बारिश का नहीं होना, संकट का बड़ा कारण माना जा रहा था.
गौरतलब है कि रविवार को हुई झमाझम बारिश से आमजन को उमस और गर्मी से राहत मिली है. वहीं काश्तकार के लिए यह बारिश अमृत बनकर बरसी है. पिछले एक हफ्ते से खरीफ फसल बारिश के लिए तरस रही थी. किसान खेतों में खड़ी फसल से खरपतवार को पृथक कर खाद्य यूरिया भी दे चुके थे.
पढ़ेंः आबकारी विभाग के नियमों की जमकर उड़ाई जा रही धज्जियां, प्रिंट से ज्यादा रेट पर बेची जा रही शराब
जिले में अधिकांश पारंपरिक खेती को अहमियत दी जाती है. जिसमें प्रमुख रुप से बाजरा, दलहन, तिलहन, ग्वार, ज्वार की खेती किसान करता है. यह सभी फसलें खेतों में उगकर तैयार की जाती है. शुरुआत में मौसम का मिजाज खरीफ फसल के अनुकूल रहा था. जिससे पौधा पूरी तरह से विकसित होकर खेतों में खड़ा है. रविवार हुई बारिश फसल के लिए अमृत बनकर बरसी है. रविवार की बारिश से किसानों के चेहरों पर खुशी लौट आई है.
किसानों ने बताया बारिश का होना फसल के लिए नितांत जरूरी था. इस बारिश से फसल पकाव तक सफर तय करेगी. जिससे किसानों की बांछें एक बार फिर से खिल गई है. उधर बारिश से आमजन ने बड़ी राहत मिली है. पिछले एक हफ्ते से उमस भरी गर्मी से लोग पसीना पसीना हो रहे थे. कभी ठंडा मौसम तो कभी नमी होने से वायरल रोगियों की संख्या में भी इजाफा हो रहा था.
कुल मिलाकर आमजन और किसान के लिए यह बारिश राहत भरी मानी जा रही है. उधर मौसम विभाग ने पूर्वी राजस्थान में भारी बारिश की चेतावनी दी है. जिससे आगे आने वाले दिनों में बारिश में और अधिक इजाफा देखा जा सकता है.