धौलपुर. गुर्जर आरक्षण आंदोलन को देखते हुए धौलपुर जिला रोडवेज आगार ने गुर्जर बाहुल्य इलाकों में गुजरने वाले सड़क मार्गों पर रोडवेज संचालन को बंद कर दिया है. इसके कारण बस स्टैंड पर सवारियों को भारी परेशानी उठानी पड़ रही है.
धौलपुर रोडवेज आगार के प्रबंधक प्रमोद पांडे ने बताया कि गुर्जर आरक्षण आंदोलन को देखते हुए बाड़ी-करौली सड़क मार्ग पर चलने वाली रोडवेज बसों के संचालन को पूरी तरह से बंद कर दिया गया है. इस इलाके में सबसे अधिक गुर्जर बाहुल्य गांव पड़ते हैं. इसके अलावा आधा दर्जन रोडवेज बसों के संचालन को अन्य रूटों से निरस्त किया है.
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प्रमोद पांडे ने बताया कि करीब 6 बसों के संचालन में गुर्जर बाहुल्य इलाकों को बचाते हुए परिवर्तन किया है. रोडवेज निगम के निर्देश में जिला आगार ने निर्णय लिया है. उन्होंने बताया कि रोडवेज बस राज्य की संपत्ति है. सरकारी संपत्ति को सुरक्षित रखना विभाग का दायत्व ही नहीं होता है, एक बड़ी जिम्मेदारी बनती है.
पांडे ने बताया कि सरकार और गुर्जर समाज के नेताओं की लगातार वार्ता चल रही है, लेकिन हालात सामान्य होने के बाद ही गुर्जर बाहुल्य इलाकों में रोडवेज बसों का संचालन शुरू कराया जाएगा. उधर, जिला प्रशासन ने शहर के चप्पे-चप्पे पर पुलिस बल तैनात कर दिया है. शहर के बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन, वाटर बॉक्स चौराहा, सागर पाड़ा चेक पोस्ट के साथ गुर्जर बाहुल्य क्षेत्रों में भारी तादाद में पुलिस बल तैनात किया गया है.
बता दें, जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल और एसपी केसर सिंह शेखावत लगातार अधीनस्थ अधिकारियों से फीडबैक ले रहे हैं. सभी उपखंड मुख्यालय पर कंट्रोल रूम की स्थापना की गई है. जहां संबंधित एसडीएम, तहसीलदार, गिरदावर एवं हल्का पटवारी को पैनी नजर बनाए रखने के निर्देश दिए गए हैं.