धौलपुर. नगर परिषद की आज पहली बैठक काफी हंगामेदार रही. देरी से बैठक बुलाए जाने पर विपक्ष ने सदन में जमकर हंगामा किया. सत्ता पक्ष का घेराव करते हुए विपक्ष सदन में ही धरने पर बैठ गया. सभापति एवं नगर परिषद आयुक्त की समझाइश के बाद हंगामा शांत हुआ. उसके बाद बैठक की अग्रिम कार्रवाई शुरू हुई. बैठक के दौरान शहर के विकास कार्यों पर जमकर चर्चा हुई. नगर परिषद के राजस्व को बढ़ाने के लिए भी पक्ष और विपक्ष में समन्वय स्थापित हुआ. नगर परिषद ने शहर के विकास के लिए 113.59 करोड़ रुपए का बजट स्वीकृत किया है. बैठक में विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिबंधित अनाधिकृत तरीके हो रहे बजरी परिवहन पर रोक की भी मांग उठाई है.
नगर परिषद चुनाव होने के बाद शुक्रवार को लंबे समय बाद नगर परिषद बोर्ड की पहली बैठक बुलाई गई. पहली बैठक के दौरान ही विपक्ष का आक्रोश भड़क गया. विपक्ष ने सदन में सत्ता पक्ष को घेरते हुए देरी से बैठक बुलाए जाने के गंभीर आरोप लगाए. सत्ता पक्ष का तर्क सम्मत आश्वासन नहीं मिलने पर विपक्ष सदन में ही धरने पर बैठ गया. नगर परिषद सभापति खुशबू सिंह एवं आयुक्त सौरभ जिंदल की समझाइश के बाद हंगामा शांत हुआ. उसके बाद नगर परिषद आयुक्त एवं सभापति ने बजट का अनुमोदन प्रेषित किया. नगर परिषद द्वारा शहर के चहुमुखी विकास के लिए 113.59 करोड़ रुपए स्वीकृत किए हैं. नगर परिषद आयुक्त सौरभ जिंदल ने कहा शुक्रवार की सदन की बैठक काफी महत्वपूर्ण रही.
बैठक के दौरान पक्ष एवं विपक्ष द्वारा शहर के विकास के लिए महत्वपूर्ण सुझाव दिए गए. उन सुझाबों पर नगर परिषद बोर्ड अमल कर शहर के विकास की नई आधारशिला रखेगा. उन्होंने कहा नगर परिषद द्वारा स्वीकृत किया गया फंड सड़क, बिजली, पानी, सीवर लाइन, सौंदर्यीकरण, पार्क एवं खेल मैदान के लिए उपयोग किया जाएगा. शहर को स्वच्छ एवं साफ रखने के लिए भी फंड का उपयोग किया जाएगा. नगर परिषद सभापति खुशबू सिंह ने कहा बैठक के दौरान विपक्ष के सार्थक एवं सराहनीय सुझाव मिलें हैं.
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शहर को पूरी तरह से साफ एवं स्वच्छ रखने के साथ चहुमुखी विकास की इस बार इबारत लिखी जाएगी. नगर परिषद प्रशासन द्वारा विकास कामों की रूपरेखा तैयार की जा रही है. कुछ नए विकासों को रूपरेखा तैयार कर अंजाम भी दिया है. 113 करोड़ से अधिक का फंड नगर परिषद द्वारा शहर के विकास के लिए स्वीकृत हुआ है. नगर परिषद बोर्ड द्वारा विपक्ष को साथ लेकर शहर को पूरी तरह से विकासशील किया जाएगा. बैठक के दौरान नगर परिषद के राजस्व को बढ़ाने के लिए भी चर्चा हुई. इस चर्चा पर पक्ष एवं विपक्ष दोनों सहमत हुए हैं. विपक्ष ने सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिबंधित चंबल बजरी परिवहन पर रोक लगाने के लिए मांग उठाई. बजरी माफिया दिनदहाड़े शहर में फर्राटे से दौड़ रहे हैं. काफी लंबे समय तक चली बैठक के बाद सभापति एवं नगर परिषद आयुक्त ने सभी का आभार व्यक्त किया.