बाड़ी (धौलपुर). जिले के बाड़ी उपखंड पर स्थित शहर के एकमात्र राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय में काफी समय से जर्जर हालत में पड़े पुराने पुस्तकालय भवन को हटाकर नए भवन का निर्माण कार्य कराने की शिक्षा विभाग से स्वीकृति मिली है. इसके बाद विद्यालय प्रशासन की देखरेख में संवेदक की ओर से कराए जा रहे निर्माण कार्य के दौरान अग्रसेन विहार कॉलोनी गुमट रोड कस्बा बाड़ी निवासी 82 वर्षीय राम भरोसी लाल, 60 वर्षीय रघुराज सिंह, 55 वर्षीय रविंद्र सिंह और 52 वर्षीय बिहारी सिंह (पुत्र- करन सिंह ठाकुर, निवासी-भरकूजंरा, सरमथुरा, धौलपुर) ने करीब 50 साल पुराने नगर पालिका पट्टे को लेकर सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट बाड़ी के समक्ष आवेदन प्रस्तुत कर शिकायत दर्ज कराई है. इस पर सिविल न्यायाधीश एवं न्यायिक मजिस्ट्रेट बाड़ी द्वारा राजकीय बालिका उच्च माध्यमिक विद्यालय की प्रधानाचार्या को नोटिस भेज कर 23 फरवरी 2021 को सुबह 10 बजे न्यायालय में पेश होने के लिए आदेश दिया है.
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न्यायालय के नोटिस को देख विद्यालय प्रशासन सहित शहर में हड़कंप मच गया है और वहीं, कोर्ट के माध्यम से विद्यालय प्रशासन को दिए गए नोटिस और विद्यालय में निर्माण काम बंद होने से विद्यालय में अध्ययनरत छात्राएं आक्रोशित हो गई. स्कूल में अपने अध्यनन कार्य को छोड़कर सड़कों पर उतर आई और विरोध प्रदर्शन के साथ जमकर नारेबाजी की. बड़ी संख्या में छात्राएं सड़क पर बैठ गई. इस विरोध प्रदर्शन में स्कूल विकास समिति के साथ ही शहर के गणमान्य नागरिक और आमजन भी शामिल हो गए, बाद में छात्राओं ने बाजार में विरोध प्रदर्शन करते हुए रैली निकाली और बाड़ी कोर्ट कैंपस पहुंच एसडीएम से न्याय की गुहार लगाई. विद्यालय में चल रहे निर्माणाधीन कार्य को फिर से चालू कराए जाने की मांग की और साथ ही इस मामले में दोषी लोगों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई की मांग की.
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छात्राओं के साथ विरोध प्रदर्शन कर रहे स्कूल विकास समिति से जुड़े राजकुमार भारद्वाज, महेंद्र सिंह परमार, दिनेश गुर्जर और अजय मीणा के साथ स्कूल से जुड़े नागरिकों ने बताया कि जब 50 साल से स्कूल चल रहा है. भवन पहले ही बना हुआ था, जिसके कुछ भाग का ही नवीन निर्माण कराया जा रहा है. अब भू-माफिया ने कोर्ट के माध्यम से नोटिस दिया है, जो पूरी तरह अनुचित है. ये बालिकाओं के स्कूल में अवैध कब्जे की तरह है. इसे बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और ये विरोध प्रदर्शन जब तक चलेगा, जब तक कि न्याय नहीं मिलता है.
पूरे मामले में समग्र शिक्षा अभियान के धौलपुर जिला समन्वयक मुकेश गर्ग ने बताया कि दो कक्षों का नवीन निर्माण कार्य समग्र विकास संवेदक के माध्यम से कराया जा रहा था, जिसमें अब विवाद हो रहा है. बाड़ी ब्लॉक शिक्षा अधिकारी रामकुमार मीणा के साथ शिक्षा विभाग के अधिकारी और स्कूल की प्रधानाचार्या शशिकुमारी सहित अन्य अधिकारी अब मामले में कोर्ट की सुनवाई के बाद ही आगामी कार्रवाई करेंगे.
बालिकाओं ने जताया आक्रोश
स्कूल की छात्राओं ने स्कूल के बाहर धरना प्रदर्शन कर बाजार में जुलूस निकाला. इस दौरान वो कोर्ट कैंपस पहुंची, जहां उन्होंने विरोध प्रदर्शन किया और न्याय की गुहार लगाई. उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा ने भी बालिकाओं की विशाल रैली को देख मौके पर आकर बालिकाओं से मामले की जानकारी ली और समझाइश करते हुए विद्यालय में अध्ययनरत बालिकाओं सहित उपस्थित लोगों को आश्वस्त किया. लेकिन, समझाइश का कोई असर नहीं हुआ. बाद में स्कूल प्रशासन और छात्रसंघ के पदाधिकारियों के कहने पर करीब 2 घंटे बाद बालिकायें स्कूल वापस लौटी.
कराई जा रही मामले की जांच
उपखंड अधिकारी राधेश्याम मीणा का कहना है कि पूरे मामले की जांच कराई जा रही है. बालिका विद्यालय की एक इंच जमीन को भी डिस्टर्ब नहीं होने दिया जाएगा. साथ ही भूमि की पैमाइश भी कराई जाएगी. इसको लेकर विद्यालय प्रशासन ने भी तहसीलदार को भूमि पैमाइश के लिए प्रार्थना पत्र दिया गया है. साथ ही उन्होंने बंद पड़े कार्य को समय रहते जल्द से जल्द शुरू कराने का भरोसा दिलाया है.
बालिका विद्यालय का ये है मामला
विद्यालय प्रशासन से मिली जानकारी के अनुसार शहर के तुलसी वन रोड के ठीक सामने से लेकर गुलाब बगीची को जाने वाले रास्ते के पूर्व में सड़क किनारे बालिका विद्यालय की भूमि, जो खसरा नंबर 1943 पर 013 बिस्वा,1944 में 05 बिस्वा,1946 पर 17 बिस्वा यानि कुल एक बीघा 15 बिस्वा है. वो राजस्व रिकॉर्ड में दर्ज है. कुछ भूमि नगर पालिका ने भामाशाहों से एक्वायर्ड कर विद्यालय को दान की है. ये साल 1971 का मामला है. जिस समय यह विद्यालय बना था, उस वक्त से लेकर अब तक विद्यालय की भूमि को लेकर कहीं पर भी कोई झगड़ा या मुकदमा नहीं हुआ है, लेकिन वर्तमान में गुलाब बगीची के कॉर्नर पर दो कक्षा-कक्षों के निर्माण कार्य के लिए जब पुराना भवन उतारा गया और भूमि खाली की गई. उस वक्त अग्रसेन कॉलोनी निवासी रामभरोसी पुत्र भोंदूराम वैश्य व अन्य ने उक्त भूमि पर अपना हक जताते हुए सिविल कोर्ट के माध्यम से नोटिस दिया है, जिसके बाद यह पूरा मामला गर्मा गया है और शहर के गणमान्य लोगों के साथ विद्यार्थी परिषद और एनएसयूआई जैसे छात्र संगठनों के साथ ही स्कूल की छात्राएं आक्रोशित होकर आंदोलन कर रही हैं.