धौलपुर. जिले में डीएपी खाद की किल्लत से किसानों को भारी परेशानी हो रही है. किसानों ने अपनी नाराजगी जाहिर करते हुए बताया कि वे कई दिनों से लगातार खाद वितरण केंद्रों के चक्कर काट रहे हैं, लेकिन उन्हें खाद नहीं मिल पा रहा है. सैपऊ कस्बे में खाद नहीं मिलने पर किसानों ने हंगामा खड़ा कर दिया. खाद के लिए किसान सड़क पर उतर गए है. किसानों ने सिस्टम के खिलाफ नारेबाजी कर प्रदर्शन किया. पुलिस की मौजूदगी में किसानों को डीएपी खाद वितरित किया. लेकिन डीएपी की कमी होने पर अधिकांश किसानों को निराशा हाथ लगी.
किसान विष्णु कुशवाह ने बताया रबी फसल की बुवाई का पीक समय चल रहा है. 15 सितंबर से 20 अक्टूबर तक सरसों की बुवाई का समय रहता है. किसान हीरा सिंह ने बताया सरसों बुवाई का पीक समय निकलता जा रहा है. अगर किसानों को डीएपी खाद समय पर नहीं मिली तो बुवाई से वंचित रह जाएंगे.
खेत की नराई गुड़ाई कर बुवाई के लिए तैयार है. लेकिन बाजार में डीएपी खाद नहीं मिलने से निराशा हाथ लग रही है. मंगलवार को सैपऊ कस्बे के बाड़ी मार्ग स्थित खाद विक्रेता की दुकान पर किसानों की भारी भीड़ देखी गई. जानकारी के मुताबिक खाद बीज विक्रेता को महज एक गाड़ी का स्टॉक दिया गया था. चंद किसान ही लाभान्वित हो सके. बाकी किसानों को निराशा हाथ लगी.
आलू और गेहूं की भी बुवाई का समय भी नजदीक
धौलपुर में रबी फसल की बुवाई की शुरुआत हो चुकी है. जिले में प्रमुख रूप से सरसों, गेहूं एवं आलू की पैदावार की जाती है. वर्तमान समय सरसों की फसल की बुवाई का चल रहा है. लेकिन जिले में डीएपी खाद की भारी किल्लत देखी जा रही है. डीएपी किसानों को नहीं मिलने से फसल बुवाई में देरी हो रही है. कुछ दिनों के पश्चात आलू और गेहूं फसल बुवाई का समय भी शुरू हो जाएगा. लेकिन मार्केट में डीएपी खाद नहीं होने से फसल बुवाई पिछड़ सकती है.