जयपुर. सर्दियों के मौसम के चलते जहां कोहरा अत्यधिक पड़ता है, वहीं इस कोहरे के ज्यादा पड़ने की वजह से इसका सबसे बड़ा असर ट्रांसपोर्टेशन के साधनों पर देखने को मिलता है. मौसम खराब होने या कोहरा होने से सभी फ्लाइट लेट तो कभी डाइवर्ट हो जाती है, कभी बस और ट्रेन घंटों लेट रहती है. इससे एक तरफ जहां यात्रियों का समय बर्बाद होता है, तो वहीं प्रशासन का आर्थिक नुकसान भी होता है.
जहां इन दिनों एक ट्रेन के लेट संचालित होने से सिर्फ यात्रियों का ही नुकसान हो रहा है. दरअसल इलाहाबाद से चलकर जयपुर आने वाली ट्रेन पिछले कुछ दिनों से कोहरे के चलते करीब 2 घंटे की देरी से संचालित हो रही है और जयपुर पहुंच रही है. यह ट्रेन जयपुर दोपहर 12:30 बजे आती है, लेकिन पिछले कुछ दिनों से यह करीब 2 घंटे की देरी से पहुंच रही है. इस लिंक में जयपुर से मुंबई की ट्रेन है, जो जयपुर से 2:00 बजे संचालित होती है. ऐसे में मथुरा-अलवर-बांदीकुई-दौसा के यात्री मुंबई सुपरफास्ट पकड़ने के लिए इस ट्रेन से जयपुर तक का रिजर्वेशन भी कराते हैं, लेकिन ट्रेन के लेट होने से रोजाना करीब 25 यात्रियों की मुंबई सुपरफास्ट छूट रही है, ऐसे में उन्हें परेशानियों का सामना भी करना पड़ रहा है.
ट्रेन छूटने पर भी नहीं मिलता रिफंड
कोरोना से पहले रेलवे कनेक्टिंग ट्रेन की लोअर क्लास में यात्रा करने के लिए ब्लैक पेपर टिकट जारी किया करता था. जिससे अगर पहली ट्रेन के लेट होने से दूसरी कनेक्टिंग ट्रेन छूट जाती थी, तो यात्रियों को अगली किसी भी ट्रेन में यात्रा करने की अनुमति दे दी जाती थी या फिर उसे दूसरी ट्रेन के किराए का फुल रिफंड भी दे दिया जाता था, लेकिन कोरोना के बाद जब ट्रेनों का संचालन शुरू हुआ तो रेलवे ने इस सुविधा को बंद कर दिया. ऐसे में अब पहली ट्रेन के लेट होने के बाद भी दूसरी ट्रेन छूटने पर यात्रियों को परेशानी का सामना करना पड़ता है.