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Dholpur Nagar Parishad : कांग्रेस-बीजेपी के पार्षद 15 जून को मुख्यमंत्री को देंगे इस्तीफा, डीएम को सौंपा ज्ञापन

धौलपुर नगर परिषद के पार्षदों ने संयुक्त रूप से इस्तीफा देने का ऐलान किया (Dholpur councilors will resign to CM) है. कांग्रेस और भाजपा पार्षदों ने कांग्रेस के सभापति पर भ्रष्टाचार का आरोप लगाया है.

Dholpur Nagar Parishad councilors
धौलपुर के पार्षदों का आरोप
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Published : Jun 8, 2023, 4:49 PM IST

Updated : Jun 8, 2023, 5:08 PM IST

कांग्रेस-बीजेपी के पार्षद मुख्यमंत्री को देंगे इस्तीफा

धौलपुर. नगर परिषद के भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने गुरुवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर 15 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को संयुक्त रूप से इस्तीफा सौंपने का ऐलान किया है. पार्षद पिछले महीने 9 दिन की हड़ताल पर थे. उनका आरोप है कि कलेक्टर की ओर से कार्रवाई का आश्वासन देने के बावजूद भी समस्या का हल नहीं निकला है. ऐसे में पार्षद ये कदम उठा रहे हैं. पार्षदों ने कांग्रेस के सभापति पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.

शहरवासी परेशानी से जूझ रहे : नेता प्रतिपक्ष कक्कू शर्मा ने आरोप लगाया कि नगर परिषद कार्यालय में विगत लंबे समय से घोटाला चल रहा है. नगर परिषद की हर शाखा में भ्रष्टाचार की जड़ें गहराई तक हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि स्टोर शाखा, विकास शाखा, टेंडर प्रक्रिया, अनुकंपा नियुक्ति, सफाई कर्मियों की नियुक्ति आदि में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है. इसमें नगर परिषद सभापति के साथ आयुक्त भी मिले हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सभापति और आयुक्त की सांठगांठ से उनके चहेते लोगों को काम दिया जाता है. शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. कॉलोनी और गलियों में सड़कें खस्ताहाल हैं.

पढे़ं. Unique Protest of Councilor : पार्षद ने नगर परिषद की छत पर चढ़कर किया विरोध प्रदर्शन, प्रशासन के फूले हाथ-पांव

जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन : उन्होंने कहा कि विगत महीने 9 दिन तक नगर परिषद के भाजपा और कांग्रेस के पार्षद हड़ताल पर रहे थे. इस दौरान कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने कार्रवाई का आश्वासन देकर हड़ताल को समाप्त कराया था, लेकिन मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है. गुरुवार को करीब 20 पार्षदों ने जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल को फिर से ज्ञापन प्रेषित किया है. ज्ञापन के माध्यम से नगर परिषद में भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा अगर प्रशासन ने गंभीर होकर समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो 15 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बाड़ी में होने वाली सभा में संयुक्त रूप से सभी पार्षद इस्तीफा देंगे.

कर्मचारी हड़ताल पर : पूर्व सभापति कमल कंसाना ने बताया कि 9 दिन हड़ताल चलने के बाद जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने कार्रवाई का भरोसा देकर मामले को शांत कराया था. कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए एसडीएम को जांच अधिकारी नियुक्त किया था. उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने नगर परिषद से रिकॉर्ड तलब करने के निर्देश दिए थे, लेकिन उससे पूर्व ही नगर परिषद के कर्मचारियों को भनक लग गई और वे हड़ताल पर चले गए. पूर्व सभापति कंसाना ने आरोप लगाया कि नगर परिषद की हर शाखा में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर पनप रहा है. उन्होंने कहा एक बड़े नेता के इशारे पर यह सब काम किया जा रहा है.

कांग्रेस-बीजेपी के पार्षद मुख्यमंत्री को देंगे इस्तीफा

धौलपुर. नगर परिषद के भाजपा और कांग्रेस के पार्षदों ने गुरुवार को कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर 15 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत को संयुक्त रूप से इस्तीफा सौंपने का ऐलान किया है. पार्षद पिछले महीने 9 दिन की हड़ताल पर थे. उनका आरोप है कि कलेक्टर की ओर से कार्रवाई का आश्वासन देने के बावजूद भी समस्या का हल नहीं निकला है. ऐसे में पार्षद ये कदम उठा रहे हैं. पार्षदों ने कांग्रेस के सभापति पर भ्रष्टाचार के आरोप लगाए हैं.

शहरवासी परेशानी से जूझ रहे : नेता प्रतिपक्ष कक्कू शर्मा ने आरोप लगाया कि नगर परिषद कार्यालय में विगत लंबे समय से घोटाला चल रहा है. नगर परिषद की हर शाखा में भ्रष्टाचार की जड़ें गहराई तक हैं. उन्होंने आरोप लगाया कि स्टोर शाखा, विकास शाखा, टेंडर प्रक्रिया, अनुकंपा नियुक्ति, सफाई कर्मियों की नियुक्ति आदि में बड़े पैमाने पर भ्रष्टाचार किया गया है. इसमें नगर परिषद सभापति के साथ आयुक्त भी मिले हुए हैं. नेता प्रतिपक्ष ने आरोप लगाया कि सभापति और आयुक्त की सांठगांठ से उनके चहेते लोगों को काम दिया जाता है. शहर की सफाई व्यवस्था पूरी तरह से बदहाल हो चुकी है. कॉलोनी और गलियों में सड़कें खस्ताहाल हैं.

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जिला कलेक्टर को दिया ज्ञापन : उन्होंने कहा कि विगत महीने 9 दिन तक नगर परिषद के भाजपा और कांग्रेस के पार्षद हड़ताल पर रहे थे. इस दौरान कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने कार्रवाई का आश्वासन देकर हड़ताल को समाप्त कराया था, लेकिन मामले में अभी तक कार्रवाई नहीं की गई है. गुरुवार को करीब 20 पार्षदों ने जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल को फिर से ज्ञापन प्रेषित किया है. ज्ञापन के माध्यम से नगर परिषद में भ्रष्टाचार की जांच कराने की मांग की है. उन्होंने कहा अगर प्रशासन ने गंभीर होकर समस्या पर ध्यान नहीं दिया तो 15 जून को मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की बाड़ी में होने वाली सभा में संयुक्त रूप से सभी पार्षद इस्तीफा देंगे.

कर्मचारी हड़ताल पर : पूर्व सभापति कमल कंसाना ने बताया कि 9 दिन हड़ताल चलने के बाद जिला कलेक्टर अनिल कुमार अग्रवाल ने कार्रवाई का भरोसा देकर मामले को शांत कराया था. कलेक्टर ने मामले की जांच के लिए एसडीएम को जांच अधिकारी नियुक्त किया था. उन्होंने बताया कि कलेक्टर ने नगर परिषद से रिकॉर्ड तलब करने के निर्देश दिए थे, लेकिन उससे पूर्व ही नगर परिषद के कर्मचारियों को भनक लग गई और वे हड़ताल पर चले गए. पूर्व सभापति कंसाना ने आरोप लगाया कि नगर परिषद की हर शाखा में भ्रष्टाचार बड़े पैमाने पर पनप रहा है. उन्होंने कहा एक बड़े नेता के इशारे पर यह सब काम किया जा रहा है.

Last Updated : Jun 8, 2023, 5:08 PM IST
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