धौलपुर. पुलिस के सार्थक और कठिन प्रयासों की बदौलत बुधवार रात करीब 1:00 बजे के आसपास चिकित्सक को हाथ-पैर बंधी हुई अवस्था में मुक्त करा लिया गया. अपहरणकर्ताओं ने चिकित्सक के परिजनों से 5 करोड़ रुपये फिरौती की मांग की थी, लेकिन बदमाश अपने मंसूबों में कामयाब नहीं हो सके. चिकित्सक को मुक्त करा कर जिला पुलिस और आगरा पुलिस ने बड़ी राहत की सांस ली है.
गौरतलब है कि आगरा जिले के एत्माद्दौला क्षेत्र के रहने वाले चिकित्सक उमाकांत गुप्ता का मंगलवार देर रात को अपहरण हुआ था. अपहरणकर्ता चिकित्सक को अपहरण कर जिले के दिहोली थाना क्षेत्र के चंबल नदी के बीहड़ों में लाकर छुप गए थे.
एसपी धौलपुर केसर सिंह शेखावत (SP Kesar Singh Shekhawat) ने बताया कि चिकित्सक के अपहरण के मामले से आगरा सिटी एसपी रोहन बोत्रे ने जिला पुलिस को मामले से अवगत कराया. उन्होंने बताया कि तकनीकी साक्ष्यों पर शुरुआत में चिकित्सक की लोकेशन चंबल के बीहड़ों में मिली थी. इस दौरान धौलपुर पुलिस ने एक संदिग्ध व्यक्ति और महिला को भी हिरासत में लिया था, जिनकी निशानदेही पर बुधवार सुबह से ही धौलपुर एसपी और आगरा एसपी के नेतृत्व में भारी पुलिस बल को साथ लेकर चंबल नदी के बीहड़ों में सर्चिंग अभियान चलाया.
उन्होंने बताया कि चंबल नदी मध्य प्रदेश (MP) सीमा से लगी हुई है. ऐसे में अपहरणकर्ताओं की आशंका एमपी की तरफ भागने की दिखाई दे रही थी. चिकित्सक को मुक्त कराने के लिए पुलिस अधीक्षक द्वारा एक्सपर्ट और स्पेशल पुलिस अधिकारियों की टीम का गठन किया गया. दिन और रात में किए गए कठिन संघर्ष के बाद आखिर पुलिस को बड़ी कामयाबी मिल गई. रात्रि करीब 1:00 बजे के आसपास जिला पुलिस और आगरा पुलिस ने संयुक्त कार्रवाई करते हुए चिकित्सक को घेर करौली के जंगलों से सुरक्षित मुक्त करा लिया. इस दौरान किडनैपर फरार हो गए. चिकित्सक को रात्रि में सुरक्षित मुक्त कराने के बाद जिला एवं आगरा पुलिस ने राहत की सांस ली है.
परिजनों से 5 करोड़ की फिरौती की मांग रखी थी- अपहरणकर्ताओं ने चिकित्सक उमाकांत गुप्ता के परिजनों से पांच करोड़ रुपये फिरौती की मांग रखी थी. अपहरणकर्ता और चिकित्सक के परिजनों में डेढ़ करोड़ का सौदा भी तय हो गया था, लेकिन धौलपुर एसपी खुद पुलिस टीम को लेकर चिकित्सक को सुरक्षित मुक्त कराने के लिए चंबल के बीहड़ों में पैदल चलकर सर्चिंग ऑपरेशन करते रहे. पुलिस की सराहनीय मेहनत का परिणाम राह कि रात्रि 1 बजे चिकित्सक को मुक्त कराने में कामयाबी मिल गई.
अपहरणकर्ता चिकित्सक को हाथ पैर-बंधा हुआ छोड़कर फरार हुए थे. चिकित्सक काफी डरा और सहमा हुआ था. अपहरणकर्ताओं से मुक्त होकर चिकित्सक ने धौलपुर और आगरा पुलिस का आभार व्यक्त किया है.
अपहरण में महिला की रही अहम भूमिका- डॉ. उमाकांत गुप्ता के अनुसार अपहरण की साजिश में एक महिला की मुख्य भूमिका रही है, जिसे पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया है. महिला के साथ एक पवन नाम के व्यक्ति को भी गिरफ्तार किया गया है. चिकित्सक के अपहरण की रूपरेखा नजदीकी महिला ने रखी थी.
मंगलवार देर रात्रि को चिकित्सक उमाकांत गुप्ता महिला के कहने पर अस्पताल से कहीं गया हुआ था, लेकिन जब देर रात्रि तक वापस नहीं लौटा तो परिजनों को शक हुआ था. फिलहाल चिकित्सक को मुक्त कराकर जिला पुलिस ने आगरा पुलिस को सुपुर्द किया है.
एसपी शेखावत ने बताया कि प्रारंभिक अनुसंधान में बदन सिंह गैंग का अपहरण में हाथ माना जा रहा है. जिसकी पुलिस जांच पड़ताल कर रही है. अपहरणकर्ताओं को शीघ्र ट्रेस कर गिरफ्तार किया जाएगा.