धौलपुर. गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री विश्वेंद्र सिंह ने बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के स्थानीय कांग्रेस पार्टी के विधायक गिर्राज सिंह मलिंगा के पैतृक गांव सेवर पाली का दौरा कर बाढ़ पीड़ितों के हाल जाना. वहीं स्थानीय जन प्रतिनिधियों तथा अधिकारियों के साथ उपखण्ड के बाढ़ तथा जलभराव प्रभावित इलाकों का दौरा बोटिंग की मदद से किया.
सिंह ने सेवरपाली बुढावली आदि गांवों में जलभराव तथा बाढ़ की स्थिति की जानकारी ली. साथ ही चंबल नदी पहुंचकर चंबल के जलस्तर का भी जायजा भी लिया. उन्होंने कहा कि चंबल के जलस्तर में कमीं आ रही है, यह राहत की बात है. प्राकृतिक आपदा की इस घड़ी में राज्य सरकार पीड़ितों के साथ है. सरकार की ओर से हर संभव मदद दी जाएगी. उन्होंने जिला कलेक्टर को प्रभावित इलाकों में फसल बर्बाद होने के कारण गिरदावरी कराने के साथ प्रभावित इलाकों में लोगों के लिए भोजन तथा मेडिकल की व्यवस्था कराने के निर्देश भी दिए. इस दौरान प्रशासनिक अधिकारियों ने मंत्री को जिले में बाढ़ तथा जलभराव के स्थानों तथा किए जा रहे राहत और बचाव कार्यों के बारे में विस्तार से जानकारी दी. वहीं जिला प्रभारी मंत्री ने मौके पर उपस्थित जिला परिषद सीओ, बाड़ी एसडीएम सुमन देवी, बाड़ी तहसीलदार गिरधर सिंह मीणा, पंचायत समिति के विकास अधिकारी रामजीत सिंह बाड़ी सदर थाना अधिकारी महेंद्र शर्मा, चिकित्सा विभाग के डॉ. पवन गोस्वामी स्थानीय प्रशासन के अधिकारी गणों को निर्देशित कर कहा कि अपने-अपने जो भी शिकायत आए उसके लिए एक हेल्पलाइन खोलें और वहां तुरंत कार्रवाई हो.
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वहीं ईटीवी भारत से मुलाकात कर गहलोत सरकार के कैबिनेट मंत्री एवं जिला प्रभारी मंत्री भरतपुर के राजा विश्वेंद्र सिंह ने कहा- वास्तव में ही यह एक प्राकृतिक आपदा है. चंबल किनारे अपना जीवन यापन कर रहे किसानों की सौ प्रतिशत फसलें चौपट हुई हैं. इसको लेकर जिला कलेक्टर को निर्देश दिए हैं कि तुरंत गिरदावरी शुरू हो जाए और जितना नुकसान हुआ और जहां-जहां नुकसान हुआ है उन सभी को जल्दी से जल्दी रिपोर्ट बनाकर भेजें सरकार को जिससे मुआवजा मिल सके.
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चंबल के तेज बहाव से चंबल किनारे बसे हुए गांवों में नए-नए गड्ढों,पोखरा में आए नए चंबल के पानी के साथ-साथ मगरमच्छों का आ जाना लाजिमी है. और जिन गांव में उन्होंने दौरा किया है. उन गांवों में रहने वाले ग्रामीणों से उन्होंने कहा भी है कि कोई भी पानी में अंदर घुसने की कोशिश ना करें क्योंकि इस समय चंबल के तेज बहाव के साथ चंबल में विचरण करने वाले घड़ियाल उर्फ मगरमच्छ चंबल किनारे बसे हुए गांव में भरे हुए चंबल के नए पानी में मगरमच्छों का खतरा है. इसलिए लोग जल भराव के स्थानों से दूर रहें. अधिक पानी और तेज बहाव होने पर रास्ते को पार नहीं करें.
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साथ ही उन्होंने बताया कि काम बिल्कुल दुरुस्ती से चलेगा क्योंकि इसकी मॉनिटरिंग खुद स्वयं वह कर रहे है. सरकार और प्रशासन द्वारा लोगों को परेशानी नहीं आने दी जाएगी. मंत्री विश्वेंद्र के साथ प्रशासनिक अधिकारी और जनप्रतिनिधि मौजूद रहे.