धौलपुर. जिला कलेक्टर राकेश कुमार जायसवाल ने बताया कि जिले में पुराने कोरोना वायरस से संक्रमित मरीजों के केस दो अप्रैल 2020 को चिन्हित हुआ था. उन्होंने बताया कि जिले में अब तक कुल 1 लाख 20 हजार 864 सैम्पल लिये गये जिनमें 3 हजार 761 रोगी संक्रमित पाये गए हैं. अब तक कुल 3 हजार 728 रोगी स्वस्थ्य हो चुके हैं वहीं 29 मरीजों की मौत हो चुकी है. उन्होंने बताया कि जिले में पॉजिटिविटी दर 3.11 प्रतिशत, रिकवरी दर 99.12 प्रतिशत और मृत्युदर 0.77 प्रतिशत रही है. उन्होने आमजन से अपील की है कि मास्क लगाए और सामाजिक दूरी की पालना करते हुए सरकार की तरफ से जारी गाइडलाइन की पालना करें.
इस तरह से कोरोना मुक्त होने में मिली सफलता-
कलेक्टर ने कहा कि कि जिले की सीमा उत्तर प्रदेश और मध्य प्रदेश से लगी हुई है साथ ही एनएच-3 पर वाहनों का आवागमन रहता है. इस कारण संक्रमण के फैलाव को देखते हुये जिले की समस्त सीमाओं पर चिकित्सा दलों की तरफ से कोरोना स्क्रीनिंग करवाई गई. उन्होंने बताया कि जिले में कोरोना नियंत्रण व्यापक रणनीति अपनाकर सैम्पल की संख्या बढाई गई जिसमें प्रवासी मजदूर, दुकानदार, सब्जी और फल विक्रेताओं को शामिल किया गया. सुपरस्प्रेडर की प्रारम्भिक अवस्था में जॉच से संक्रमण का फैलाव कम हुआ. साथ ही पॉजिटिव व्यक्तियों का प्रारम्भिक जांच और शीघ्र उपचार के तहत अग्रिम चिन्हीकरण किया गया है.
इसके साथ ही प्रत्येक कोरोना पॉजिटिव मरीज की कॉन्टैक्ट एवं ट्रैवल हिस्ट्री की जानकारी प्राप्त कर सम्पर्क में आये हुये लोगों को क्वारेंटिन कर जांच कराई गई. संक्रमण की चैन रोकने में मदद मिली इससे. उन्होंने बताया कि मरैना पीएचसी की तरफ से मिशल लिसा में सम्पूर्ण राज्य में प्रथम स्थान प्राप्त किया गया.
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जिले में मिशल-लिसा के माध्यम से व्यापक स्तर पर चिकित्सकीय सुविधाओं का विस्तार किया गया .क्वारेंटिन सेन्टर और कोविड केयर सेन्टर की व्यवस्था जिले में संदिग्ध कोरोना रोगियों के रहने के लिए क्वारेंटिन सेन्टर स्थापित किये गए जिन की कुल क्षमता 4 हजार से अधिक बेड की थी. नव कोविड केयर सेन्टर स्थापित किये गये जिनमें बिना लक्षण वाले कोरोना मरीजों का इलाज किया गया.