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Dacoit Keshav Gurjar के गिरफ्तार होने से बड़ी गैंग का खात्मा, बीहड़ों में लौटेगा अमन चैन

इनामी डकैत केशव गुर्जर को सोमवार को धौलपुर पुलिस ने गिरफ्तार कर लिया. यह गैंग लम्बे समय से पुलिस के लिए चुनौती बनी हुई थी.

Dacoit Keshav Gurjar gang finished
Dacoit Keshav Gurjar के गिरफ्तार होने से बड़ी गैंग का खात्मा, बीहड़ों में लौटेगा अमन चैन
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Published : Jan 30, 2023, 11:18 PM IST

धौलपुर. सोमवार को सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र के सोहन बाबा मंदिर के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान 1 लाख 15 हजार के इनामी डकैत केशव गुर्जर के गिरफ्तार होने से धौलपुर पुलिस को बड़ी राहत मिली है. डकैत गेंग का खात्मा होने से चंबल के बीहड़ों में भी अमन-चैन लौटेगा. विगत लंबे समय से डकैत केशव गुर्जर की गैंग पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही थी.

ऐसे मिली पुलिस को कामयाबी: पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया डकैत केशव राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में वारदातों को अंजाम दे रहा था. जिसकी गिरफ्तारी को लेकर 1 लाख 15 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था. उन्होंने बताया सोमवार को जिला पुलिस को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र में सोहन बाबा मंदिर के पास जंगलों में डकैत केशव गुर्जर की गैंग छुपी हुई है. सूचना को आधार मानते हुए बाड़ी सीओ मनीष शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया.

पढ़ें: 1.25 लाख का इनामी डकैत केशव गुर्जर मुठभेड़ के दौरान चढ़ा पुलिस के हत्थे, पैर में लगी गोली

इसके साथ साइबर सेल के विशेषज्ञ नरेंद्र सिंह एवं राजकुमार को भी कार्रवाई में शामिल किया गया. साइबर सेल की टीम ने डकैतों के मुख्य ठिकाने तक पुलिस टीम को पहुंचा दिया. पुलिस टीम जैसे ही डकैतों के ठिकाने पर पहुंची तो पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. एसपी ने बताया कि डकैतों द्वारा की गई फायरिंग की गोलियां पुलिसकर्मियों की जैकेट पर भी लगी थी. लेकिन पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए. डकैतों द्वारा पुलिस पर लगभग 20 राउंड फायरिंग की गई. डिफेंस में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा भी 47 राउंड फायरिंग की गई.

एक गोली डकैत केशव गुर्जर के पैर में घुस गई. केशव के पैर में गोली लगने से अन्य साथियों के पैर उखड़ गए और वे जंगल में फरार हो गए. पुलिस ने घायल अवस्था में डकैत केशव गुर्जर को हिरासत में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया. केशव गैंग के अन्य सदस्य घने जंगल में फरार हो गए. एसपी ने बताया डकैत केशव के कब्जे से एक अवैध 315 बोर का पचफेरा एवं 38 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.

पढ़ें: इनामी डकैत केशव गुर्जर को पकड़ने के लिए पुलिस का बीहड़ों में सर्चिंग अभियान...

डकैत के खिलाफ संगीन मामले दर्ज: डकैत केशव गुर्जर राजस्थान के टॉप टेन अपराधियों में शुमार है. जिसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, डकैती की योजना, नकबजनी, पलिस के साथ मुठभेड़, मारपीट, फिरौती के लिए अपहरण, राजकार्य में बाधा जैसे 40 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया केशव गुर्जर को बसई डांग थाना पुलिस द्वारा जिला कारागृह करौली से मुकदमा के सिलसिले में 19 जुलाई 2008 को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर धौलपुर जेल में दाखिल किया था. लेकिन 23 मार्च, 2011 को न्यायालय से जमानत मिलने पर फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया.

इसके बाद 1 दिसंबर, 2014 को गिरफ्तार कर फिर से जेल भेज दिया गया. लेकिन 2 फरवरी, 2016 को जमानत मिलने पर फिर से बंदूक का दामन थाम लिया. इसके बाद राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में लगातार वारदातों को अंजाम देता रहा. एसपी ने बताया कि चंबल का डांग क्षेत्र मध्य प्रदेश सीमा से सटे होने के कारण डकैत गैंग को फरार होने में सुविधा रहती थी. इसके साथ ही चंबल के बीहड़ों में बसे गांव के ग्रामीणों में दहशत दिखाकर रहता था.

पढ़ें: सवा लाख के इनामी डकैत केशव की तलाश में SP का बीहड़ में डेरा, भूमिगत हुए डकैत

डकैत केशव गुर्जर की गैंग को धौलपुर एसपी रहे मृदुल कच्छावा और केसर सिंह शेखावत ने कमजोर किया था. तत्कालीन पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत की रडार पर यह गैंग थी. केसर सिंह शेखावत द्वारा चलाए गए विशेष अभियान के दौरान केशव गैंग के अधिकांश सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया था. गैंग में बहुत कम बदमाश रह गए थे. डकैत गैंग छिन्न-भिन्न होने के कारण विगत 1 साल से अपराध की दुनिया से दूर थी. लेकिन सोमवार को मुखबिर की सटीक सूचना पर जिला पुलिस को बड़ी कामयाबी मिल गई.

धौलपुर. सोमवार को सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र के सोहन बाबा मंदिर के जंगलों में मुठभेड़ के दौरान 1 लाख 15 हजार के इनामी डकैत केशव गुर्जर के गिरफ्तार होने से धौलपुर पुलिस को बड़ी राहत मिली है. डकैत गेंग का खात्मा होने से चंबल के बीहड़ों में भी अमन-चैन लौटेगा. विगत लंबे समय से डकैत केशव गुर्जर की गैंग पुलिस के लिए चुनौती साबित हो रही थी.

ऐसे मिली पुलिस को कामयाबी: पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया डकैत केशव राजस्थान के साथ मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में वारदातों को अंजाम दे रहा था. जिसकी गिरफ्तारी को लेकर 1 लाख 15 हजार का इनाम घोषित किया हुआ था. उन्होंने बताया सोमवार को जिला पुलिस को जरिए मुखबिर सूचना मिली कि सोने का गुर्जा थाना क्षेत्र में सोहन बाबा मंदिर के पास जंगलों में डकैत केशव गुर्जर की गैंग छुपी हुई है. सूचना को आधार मानते हुए बाड़ी सीओ मनीष शर्मा के नेतृत्व में पुलिस टीम का गठन किया गया.

पढ़ें: 1.25 लाख का इनामी डकैत केशव गुर्जर मुठभेड़ के दौरान चढ़ा पुलिस के हत्थे, पैर में लगी गोली

इसके साथ साइबर सेल के विशेषज्ञ नरेंद्र सिंह एवं राजकुमार को भी कार्रवाई में शामिल किया गया. साइबर सेल की टीम ने डकैतों के मुख्य ठिकाने तक पुलिस टीम को पहुंचा दिया. पुलिस टीम जैसे ही डकैतों के ठिकाने पर पहुंची तो पुलिस पर अंधाधुंध फायरिंग शुरू कर दी. एसपी ने बताया कि डकैतों द्वारा की गई फायरिंग की गोलियां पुलिसकर्मियों की जैकेट पर भी लगी थी. लेकिन पुलिसकर्मी बाल-बाल बच गए. डकैतों द्वारा पुलिस पर लगभग 20 राउंड फायरिंग की गई. डिफेंस में पुलिस ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पुलिस द्वारा भी 47 राउंड फायरिंग की गई.

एक गोली डकैत केशव गुर्जर के पैर में घुस गई. केशव के पैर में गोली लगने से अन्य साथियों के पैर उखड़ गए और वे जंगल में फरार हो गए. पुलिस ने घायल अवस्था में डकैत केशव गुर्जर को हिरासत में लेकर जिला अस्पताल में भर्ती करा दिया. केशव गैंग के अन्य सदस्य घने जंगल में फरार हो गए. एसपी ने बताया डकैत केशव के कब्जे से एक अवैध 315 बोर का पचफेरा एवं 38 जिंदा कारतूस भी बरामद किए हैं.

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डकैत के खिलाफ संगीन मामले दर्ज: डकैत केशव गुर्जर राजस्थान के टॉप टेन अपराधियों में शुमार है. जिसके खिलाफ हत्या, हत्या का प्रयास, लूट, डकैती, डकैती की योजना, नकबजनी, पलिस के साथ मुठभेड़, मारपीट, फिरौती के लिए अपहरण, राजकार्य में बाधा जैसे 40 आपराधिक प्रकरण दर्ज हैं. पुलिस अधीक्षक धर्मेंद्र सिंह ने बताया केशव गुर्जर को बसई डांग थाना पुलिस द्वारा जिला कारागृह करौली से मुकदमा के सिलसिले में 19 जुलाई 2008 को प्रोडक्शन वारंट पर गिरफ्तार कर धौलपुर जेल में दाखिल किया था. लेकिन 23 मार्च, 2011 को न्यायालय से जमानत मिलने पर फिर से अपराध की दुनिया में सक्रिय हो गया.

इसके बाद 1 दिसंबर, 2014 को गिरफ्तार कर फिर से जेल भेज दिया गया. लेकिन 2 फरवरी, 2016 को जमानत मिलने पर फिर से बंदूक का दामन थाम लिया. इसके बाद राजस्थान, मध्य प्रदेश और उत्तर प्रदेश में लगातार वारदातों को अंजाम देता रहा. एसपी ने बताया कि चंबल का डांग क्षेत्र मध्य प्रदेश सीमा से सटे होने के कारण डकैत गैंग को फरार होने में सुविधा रहती थी. इसके साथ ही चंबल के बीहड़ों में बसे गांव के ग्रामीणों में दहशत दिखाकर रहता था.

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डकैत केशव गुर्जर की गैंग को धौलपुर एसपी रहे मृदुल कच्छावा और केसर सिंह शेखावत ने कमजोर किया था. तत्कालीन पुलिस अधीक्षक केसर सिंह शेखावत की रडार पर यह गैंग थी. केसर सिंह शेखावत द्वारा चलाए गए विशेष अभियान के दौरान केशव गैंग के अधिकांश सदस्यों को गिरफ्तार कर लिया गया था. गैंग में बहुत कम बदमाश रह गए थे. डकैत गैंग छिन्न-भिन्न होने के कारण विगत 1 साल से अपराध की दुनिया से दूर थी. लेकिन सोमवार को मुखबिर की सटीक सूचना पर जिला पुलिस को बड़ी कामयाबी मिल गई.

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