धौलपुर. कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता और राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री रहे जगन्नाथ पहाड़िया के निधन पर जिले भर के कांग्रेसियों में शोक की लहर दौड़ गई. ब्लॉक कांग्रेस कमेटी सैपऊ कार्यालय पर अध्यक्ष विनीत शर्मा के नेतृत्व में शोक सभा का आयोजन किया गया. कांग्रेस पार्टी के संगठन पदाधिकारी और नेताओं ने पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के निधन पर 2 मिनट का मौन रखकर श्रद्धांजलि दी. उसके बाद पहाड़िया के आदर्श और सिद्धांतों को याद कर उन पर चलने का आह्वान किया.
ब्लॉक अध्यक्ष शर्मा ने बताया कि कांग्रेस के राष्ट्रीय नेता जगन्नाथ पहाड़िया का निधन कांग्रेस की बड़ी क्षति है. कांग्रेस पार्टी क्षति को कभी भी पूरा नहीं कर सकती है. जगन्नाथ पहाड़िया की कांग्रेस पार्टी में शुरू से ही आस्था पूर्वक सक्रिय भूमिका रही थी. उन्होंने तमाम संवैधानिक पदों पर रहकर देश और प्रदेश के लिए काम किया था. जगन्नाथ पहाड़िया का जीवन सरल और सादगी से भरा हुआ रहा था. धौलपुर की राजनीति में भी पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया की सक्रिय भूमिका रहती थी. परिसीमन से पूर्व बयाना संसदीय क्षेत्र से जगन्नाथ पहाड़िया और उनकी पत्नी शांति पहाड़िया कई बार चुनाव लड़े थे.
उन्होंने कहा कि जिले के कांग्रेसी नेताओं से उनकी घनिष्ठ मित्रता रही थी. पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा और पूर्व मंत्री प्रदुमन सिंह से काफी घनिष्ठता रही थी. पहाड़िया का जीवन राजनीतिक क्षेत्र में निष्कलंक और बेदाग रहा है. उपाध्यक्ष सत्य प्रकाश शर्मा ने बताया कि जगन्नाथ पहाड़िया का रिश्ता धौलपुर जिले से शुरू से ही कायम रहा है. राजस्थान के मुख्यमंत्री रहकर उन्होंने अपने शासनकाल में सराहनीय काम किए थे. पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी के शासनकल में वित्त मंत्री के पद पर रहकर देश के लिए सेवाएं दी थी. बिहार और हरियाणा के राज्यपाल के पद पर रहकर संवैधानिक पद की प्रतिष्ठा को कायम रखा था. धौलपुर के कांग्रेसियों से पहाड़िया का दिल का लगाव रहा था. उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के निधन से कांग्रेस पार्टी को बड़ी क्षति हुई है.
धौलपुर जिले से पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया का रहा था पुराना रिश्ता
राजस्थान के पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया का धौलपुर से पुराना रिश्ता रहा है. जगन्नाथ पहाड़िया मूल रूप से भरतपुर जिले के वैर कस्बे के रहने वाले थे. परिसीमन से पूर्व बयाना संसदीय क्षेत्र उनका इलाका रहा था. बयाना संसदीय क्षेत्र से जगन्नाथ पहाड़िया और उनकी पत्नी शांति पहाडिया कई बार कांग्रेस पार्टी की तरफ से प्रत्याशी रहे थे. जिससे धौलपुर जिले के कांग्रेसियों से पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के घनिष्ठ संबंध थे. उनकी मित्रता सबसे अधिक पूर्व मंत्री बनवारी लाल शर्मा से मानी जाती थी.
राजनीतिक सलाहकार के रूप में जगन्नाथ पहाड़िया पूर्व मुख्यमंत्री बनवारी लाल शर्मा के काफी नजदीक रहे थे. पूर्व मुख्यमंत्री बनवारी लाल शर्मा ने बताया कि उनकी सादगी की तारीफ जितनी की जाए उतनी कम है. संवैधानिक पदों पर रहते हुए भी रोडवेज बस से सफर तय कर धौलपुर में कांग्रेसियों से मुलाकात करने पहुंचे थे. पूर्व मुख्यमंत्री जगन्नाथ पहाड़िया के निधन से गहरा आघात लगा है. बनवारी लाल शर्मा ने बताया उन्होंने अपना परम एवं जिगरी दोस्त को खो दिया है. पहाड़िया के निधन से धौलपुर जिले भर के समस्त कांग्रेसियों में शोक की लहर बनी हुई है. कांग्रेसियों की ओर से जगह-जगह शोक सभाओं के आयोजन किए जा रहे हैं.
इस अवसर पर प्रवक्ता सुभाष शर्मा, वरिष्ठ कांग्रेसी नेता महेश शर्मा, बाड़ी विधानसभा क्षेत्र के यूथ अध्यक्ष जोगेंद्र परमार, नितिन बघेला, रामदास जाटव, रामअवतार परमार, रफीक शाह, अकबर खान उस्मानी, अजमत खान, जोगेंद्र पहाड़िया आदि मौजूद रहे.