धौलपुर. जिले से होकर गुजर रही चंबल नदी का जलस्तर अब धीरे-धीरे बढ़ने लगा (Chambal river water level increased) है. धौलपुर समेत हाड़ौती क्षेत्र में हो रही बारिश के बाद काली सिंध, पार्वती और कोटा बैराज से पानी अब चंबल नदी में आना शुरू हो चुका है. वर्तमान में चंबल नदी 126.60 मीटर के निशान पर बह रही है. नदी में पानी का स्तर 129.79 मीटर पर पहुंचते ही वार्निंग लेबल्स शुरू हो जाता है. 130.79 मीटर पर जल स्तर पहुंचते ही नदी खतरे के निशान से ऊपर हो जाती है.
जल संसाधन विभाग के अधिशाषी अभियंता रामअवतार मीणा ने बताया कि कोटा बैराज से एक गेट खोल कर 1250 क्यूसेक, कालीसिंध डैम से दो गेट खोलकर 15 हजार 250 क्यूसेक पानी छोड़ा गया है. जिसके बाद चंबल नदी खतरे के निशान 129.79 मीटर से 3.19 मीटर नीचे चल रही (Chambal water levels near danger mark) है. धौलपुर में 81 एमएम, बसेड़ी में 14 एमएम और सैपऊ में 31 मिलीमीटर बारिश के बाद कई जगह जलभराव की स्थिति पैदा हो गई है. उधर चंबल नदी का बढ़ता जलस्तर निचले क्षेत्र ग्रामीणों के लिए मुश्किल बढ़ा सकता है.
चंबल नदी में धीरे-धीरे जलस्तर बढ़ने के बाद बाढ़ नियंत्रण कक्ष ने निचले इलाकों में चौकसी बढ़ा दी है. निचले इलाके के गांवों में पटवारी और गिरदावर निरंतर नजर बनाए हुए हैं. चंबल नदी के खतरे के निशान से ऊपर पहुंचते ही निचले इलाके के गांवों को खाली कराया जाएगा,जिसके लिए प्रशासन तैयारियों में जुट गया है. पिछले साल बारिश के मौसम में चंबल नदी का जलस्तर करीब 145 मीटर पहुंच गया था. चंबल नदी का जलस्तर बढ़ने से 30 से ज्यादा गांव बाढ़ की चपेट में आ गए थे. जिसके कारण हजारों लोग फंस गए थे और प्रशासन को दिन रात एक कर उनको रेस्क्यू करना पड़ा था.