धौलपुर. प्रदेश में सोमवार से संपूर्ण लॉकडाउन लागू होने से रोडवेज बसों के पहिए थम गए. धौलपुर रोडवेज प्रबंधन की 57 बस आगार में खड़ी हो गई. जिससे रोडवेज प्रबंधन को राजस्व कमाई जीरो हो गई. कोरोना से पूर्व रोडवेज की राजस्व कमाई 9 से 10 लाख रुपये रोजाना हुआ करती थी. लेकिन कोरोना संक्रमण आने पर बसों में सोशल डिस्टेंस की पालना कराने के आदेश मिलने पर राजस्व कमाई का आंकड़ा महज 3 से 4 लाख रह गया. वर्तमान में राजस्व आंकड़ा जीरो है. 24 मई तक राज्य सरकार ने संपूर्ण लॉकडाउन की घोषणा की है, जिससे रोडवेज प्रबंधन को 14 दिन में करीब 56 लाख का घाटा होगा.
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रोडवेज के मुख्य प्रबंधक रवि मेहरा ने बताया कि राज्य सरकार ने आदेश जारी कर रोडवेज बसों का संचालन संपूर्ण प्रदेश में बंद किया है. सरकार के आदेशों की पालना के बाद धौलपुर आगार की 57 रोडवेज बस के पहिए थम गए. रोडवेज बसों को डिपो में सुरक्षित रखा गया है. कोरोना से पूर्व रोडवेज विभाग की राजस्व आय 9 से 10 लाख रुपए प्रतिदिन हुआ करती थी. लेकिन कुछ दिन पूर्व सोशल डिस्टेंस की पालना कराने के लिए राज्य सरकार ने आदेश जारी कर रोडवेज बसों में 50% सवारिया ले जाने के आदेश जारी किए थे. अब नई गाइडलाइन आने पर ही रोडवेज बसों का संचालन शुरू हो सकेगा.
तेज हवाओं के साथ आई बारिश...छप्पर, टिनशेड उड़े, दर्जनों पेड़ धराशाई, तापमान भी गिरा
धौलपुर में रविवार शाम करीब 1 घंटे तक बारिश के साथ शुरू हुए तूफान ने काफी नुकसान पहुंचाया. बारिश से तापमान में गिरावट दर्ज की गई. जिससे लोगों को गर्मी से राहत मिली. गौरतलब है कि रविवार दोपहर से ही आसमान में बादलों की लुका-छुपी चल रही थी. शाम को अचानक मौसम ने करवट बदली और धूल भरी हवाओं के साथ हल्की बूंदाबांदी होने लगी. देखते ही देखते तेज तूफान और भारी बारिश होने लगी.