धौलपुर. राज्यसभा चुनाव में क्रॉस वोटिंग (Show Cause Notice On Cross Voting) मामले में भाजपा विधायक शोभारानी कुशवाह को केंद्रीय अनुशासन समिति ने 'कारण बताओ' नोटिस जारी किया है. वहीं इस मामले में अब भाजपा हाईकमान ने प्रदेश नेतृत्व से जवाब मांगा है. पार्टी की ओर से दिए गए नोटिस के बाद भाजपा विधायक शोभारानी ने भाजपा प्रदेश नेतृत्व (BJP MLA Shobharani counter attack) पर पलटवार किया है.
शोभारानी कुशवाह ने शनिवार को मीडिया के नाम 5 बिंदुओं का एक पत्र जारी करते हुए भाजपा की ओर से उसके परिवार को तबाह करने सहित कई गंभीर आरोप लगाए हैं. मीडिया को जारी किए पत्र में विधायक शोभारानी ने आरोप लगाए हैं कि प्रदेश नेतृत्व ने मुझे निलंबित करने में जितनी गंभीरता और जल्दबाजी दिखाई. उतनी गंभीरता जिले में भाजपा को हराने वाले नेताओं पर करते तो जिले में पार्टी की दुर्गति नहीं होती.
निर्दलीय प्रत्याशी सुभाष चंद्रा पर भी आरोप लगाए. शोभारानी ने यह भी कहा वर्ष 2017 में मैं और मेरा कुशवाह समाज चलकर भाजपा से टिकट लेने नहीं गया. आरोप लगाया कि मेरे परिवार को तबाह करके भाजपा ने पूरे प्रदेश के कुशवाह समाज को साधने के लिए मुझे टिकट दिया. समाज के प्रदेश अध्यक्ष और समाज के बीच मौजिज लोगों के बीच भाजपा ने जो वादे किए थे, उनमें से एक भी पूरा नहीं किया. निलंबन के बाद पत्र में विधायक ने कड़े शब्दों में कहा कि एक नेता की पहचान उसके कार्यकर्ता से होती है पार्टी से नहीं.
सांसद किरोड़ी लाल बोले पार्टी के साथ किया विश्वासघातः बाड़ी एवं सरमथुरा में निजी कार्यक्रम में शिरकत करने पहुंचे राज्यसभा सांसद डॉ किरोड़ी लाल मीणा ने बीजेपी की विधायक शोभारानी कुशवाह पर तीखा हमला बोला है. उन्होंने कहा कि पार्टी ने उनको टिकट दिया. पार्टी के टिकट पर ही विधायक शोभारानी कुशवाह चुनाव जीती हैं और पार्टी के साथ ही उन्होंने विश्वासघात किया है. मीडिया के सवाल का जवाब देते हुए कहा कि प्रशिक्षण दिया. उसके बाद भी विश्वासघात कर पार्टी को धोखा दिया है.