धाैलपुर. राजस्थान में काेराेना की दूसरी लहर इन दिनाें चरम सीमा पर पहुँच चुकी है. जिसे लेकर राज्य सरकार की ओर से काेराेना गाइडलाइन की सख्ती से पालना कराने के कलेक्टर काे निदेर्शित किया गया है. लेकिन जिले में काेराेना गाइडलाइन के निर्देश हवा हवाई हाेते नजर आ रहे हैं. शुक्रवार को जिले की टहरी पंचायत में मेले में लोगों का हजारों की तादात में सैलाब उमड़ पड़ा. लेकिन प्रशासन को कानों तक खबर नहीं लगी. कोरोना गाइडलाइन की जमकर धज्जियां उड़ाई गई. देर शाम को जैसे ही प्रशासन को खबर लगी तो हरकत में आ गया. मौके पर पहुंचकर पुलिस ने प्रशासन के सहयोग से मेले को छिन्न-भिन्न कराया.
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हाल ही में राज्य सरकार ने शादी विवाहाें में 200 से अधिक लाेगाें पर पाबंदी लगा रखी है ताे वहीं दुकानाें पर आने वाले ग्राहकाें काे बिना मास्क के सामान देने पर उसके खिलाफ कार्रवाई के निर्देश भी जारी किए गए हैं. फिर भी लाेगाें काे सरकार और प्रशासन के काेराेना की दूसरी लहर के बीच निदेर्शाे की पालना की फिक्र नहीं है. ऐसे में काेराेना संक्रमण बढ़ने की आशंका बढ़ती जा रही है. इसी काेराेना की दूसरी लहर के बीच ऐसी भयानक तस्वीर सामने आई है.
सैंपऊ उपखंड के गांव टहरी में हर साल की भांति भरने वाला बाबा भागीरथ का मेला पूरे याैवन के साथ भरा जिसमें हजारों की संख्या में लाेग मेला का लुत्फ उठाने पहुंच गये. प्रदेश में धामिर्क मेलाें पर राेक लगी हुई है. ऐतिहासिक मां रेहना वाली, कराैली कैलादेवी लक्खी मेला, राजाखाेडा में ऐतिहासिक कुश्ती दंगल, लाठ वाली माता मंदिर मेला, गणगाैर मेला मनिया जैसे सभी मेले स्थगित किये गये. लेकिन दूसरी तरफ प्रशासन की अनदेखी के कारण बीते कल लगे मेले ने पोल खोल कर रख दी.
उधर तहसीलदार आसाराम गुर्जर ने बताया टहरी पंचायत में मेले का आयोजन हुआ था. सूचना मिलने पर प्रशासन की टीम ने मौके पर पहुंचकर पुलिस के सहयोग से मेले को खत्म करा दिया. उन्होंने बताया संबंधित हल्का पटवारी, सरपंच एवं अन्य ग्रामीणों द्वारा प्रशासन को जानकारी नहीं दी गई थी. मामले की जांच की जा रही है. दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी.