दौसा: जिले के सिकराय विधानसभा क्षेत्र के टोरडा गांव में राशन सामग्री नहीं मिलने पर ग्रामीणों की ओर से विरोध प्रदर्शन किया गया. जिसके बाद ग्रामीणों की ओर से राशन डीलर के खिलाफ नाराजगी जताई गई है. ग्रामीणों का कहना हैं कि राष्ट्रीय खाद्य सुरक्षा अधिनियम के तहत 5 किलो गेहूं प्रति व्यक्ति के हिसाब से दिए जाते थे.
जिसके बाद कोरोना काल में सरकार की ओर से प्रति व्यक्ति को 10 किलो अनाज दिया जाना था. इसके बावजूद टोरडा के राशन डीलर द्वारा ग्रामीणों को केवल 5 किलो गेहूं देकर ही टरका दिया जाता है. साथ ही केंद्र सरकार की ओर से दाल और चना देने की व्यवस्था की गई थी लेकिन दौसा जिले के अनेक इलाकों में इसे क्रियान्वित नहीं किया गया है.
बता दें कि कोरोना काल में राजस्थान सरकार ने नि:शुल्क राशन सामग्री देने की व्यवस्था की थी. साथ ही केंद्र सरकार ने 5 किलो गेहूं प्रति व्यक्ति व दाल, चना देने की व्यवस्था की थी लेकिन राशन डीलरों की मनमानी से धरातल पर लोगों को इस योजनाओं का लाभ नहीं मिल पाया.
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जिसके चलते लोग राशन डीलरों के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे हैं. ऐसे में मंगलवार को भी जिले के सिकराई विधानसभा क्षेत्र के टोरडा गांव के लोगों ने राशन डीलर के खिलाफ मनमानी के वितरण में अनियमितता को लेकर विरोध प्रदर्शन किया है.