दौसा. जिले में शुक्रवार को स्टेट क्राइम रिकॉर्ड ब्यूरो के आईजी भूपेंद्र साहू वार्षिक निरीक्षण के लिए पहुंचे. इस दौरान उन्होंने दौसा पुलिस लाइन में परेड की सलामी ली. इस दौरान उन्होंने परेड का निरीक्षण भी किया. इसके बाद पुलिस लाइन में एटीएम लूट कर फरार हो गए बदमाशों को पकड़ने का मॉक ड्रिल किया गया. मॉक ड्रिल के तहत पुलिस ने नाकाबंदी की और हवाई फायर करते हुए बदमाशों को दबोच लिया. इसका आईजी भूपेंद्र साहू ने अवलोकन किया.
एक हत्या के क्राइम सीन का प्रदर्शन भी किया गया. इस दौरान हत्या जैसे संवेदनशील मामले में पुलिस को बरतने वाली सावधानियों और तत्परताओं के बारे में आईजी भूपेंद्र साहू ने जानकारी दी. आईजी ने वार्षिक निरीक्षण के दौरान पुलिस लाइन में संपर्क सभा और पुलिस उपाधीक्षक कार्यालय का भी निरीक्षण किया गया.
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एसपी सभागार में जिले के पुलिस अधिकारियों के साथ क्राइम मीटिंग हुई. इस दौरान पुलिस महानिरीक्षक भूपेंद्र साहू ने पत्रकारों से बातचीत करते हुए कहा कि राजस्थान पुलिस को डिजिटल बनाया जा रहा है. इसके लिए सीसीटीएनएस प्रोजेक्ट के तहत कार्य किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत सभी थानों को ऑनलाइन किया जा रहा है. इस प्रोजेक्ट के तहत ना केवल राजस्थान, बल्कि पूरे हिंदुस्तान के थानों को एक दूसरे से जोड़ने की योजना है.
आईजी भूपेंद्र साहू ने कहा कि आपातकालीन सेवाओं और पुलिस कंट्रोल रूम को भी एक दूसरे से लिंक किए जाने के सीए-112 कार्यक्रम चलाया जा रहा है. इस कार्यक्रम के तहत प्रदेश में फिलहाल पायलट प्रोजेक्ट के रूप में तीन जिलों का चयन किया गया है, जिसमें अलवर, भरतपुर और भिवाड़ी शामिल है.