दौसा. प्रदेश के अलग-अलग जिलों से बिहार जाने के लिए कुछ मजदूर पैदल ही निकले थे, लेकिन जयपुर से निकलते ही इन मजदूरों ने एक ट्रेलर में लिफ्ट ले ली. इसके बाद ट्रेलर दौसा के दुब्बी के समीप एक पेड़ से टकरा गया. जिसमें दो मजदूरों की दर्दनाक मौत हो गई.
बताया जा रहा है कि ट्रेलर चालक शराब के नशे में था और उसने 200 रुपए प्रति मजदूर के हिसाब से आगरा तक छोड़ने का किराया भी लिया था. कोई बीकानेर से निकला था तो कोई डूंगरपुर से तो कोई जयपुर से अपने गांव बिहार जा रहा था. बिहार के रहने वाले ये मजदूर अलग-अलग जिलों से आए थे, जो नेशनल हाईवे-21 पर पैदल ही चल रहे थे.
इसी दौरान जयपुर से आगरा की ओर जा रहे एक ट्रेलर चालक ने सभी मजदूरों को ट्रेलर में बैठा लिया और 200 रुपए प्रति मजदूर के हिसाब से आगरा तक का किराया भी वसूल लिया. इसके बाद ट्रेलर चालक ने बीच रास्ते में शराब पी ली. जिसके चलते दौसा के दुब्बी के समीप ट्रेलर चालक ने अपना नियंत्रण गाड़ी से खो दिया और ट्रेलर एक पेड़ से जा टकराया.
बता दें कि इस भीषण सड़क हादसे में दो मजदूरों की मौके पर ही मौत हो गई. वहीं एक मजदूर घायल हो गया. जिसे दौसा जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया. जानकारी में ये भी सामने आया है कि ट्रेलर चालक ने कुल 32 मजदूरों को जयपुर के समीप से ट्रेलर में बैठाया था और उन्हें आगरा छोड़ना था, लेकिन बीच रास्ते में ही सड़क हादसा होने से दो मजदूरों की मौत हो गई.
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ऐसे में डूंगरपुर और बीकानेर से निकले इन मजदूरों को बिहार तक यात्रा करनी थी और अपने घर पहुंचना था. काफी दिनों से पैदल और रास्ते मे मिलने वाले वाहनों में लिफ्ट लेकर वे अपना रास्ता तय कर रहे थे, लेकिन बुधवार को उनकी बिहार यात्रा का दौसा के दुब्बी के समीप में दी एंड हो गया. जब ट्रेलर एक पेड़ से टकरा गया और दो मजदूरों की मौत हो गई.
बता दें कि मृत दोनों मजदूर बिहार के रहने वाले हैंस हालांकि दोनों के नामों की पुष्टि अभी नहीं हो पाई है. ऐसे में इस कोरोना काल में मजदूरों की आफत कम होती नजर नहीं आ रही है. केंद्र और राज्यों की सरकार भले ही मजदूरों को गंतव्य तक पहुंचाने का वादा कर रही हो, लेकिन धरातल पर कुछ ऐसी भी तस्वीरें हैं जो मजदूर पैदल ही अपना रास्ता तय करते हुए नजर आ रहे हैं. ऐसे में परेशान मजदूर कभी इस तरह के हादसों का भी शिकार हो जाते हैं.