दौसा. बीते दिनों बढ़े भारत-चीन के बीच तनाव के चलते लोगों में चीन के प्रति आक्रोश बढ़ा है. एक तरफ केंद्र सरकार ने चीन के मोबाइल एप पर बैन लगाया था, वहीं दूसरी तरफ अब लोग चीनी सामान का बहिष्कार कर रहे हैं. इस बार दिवाली के मौके पर लोग चीनी सामान के बजाय स्वदेशी उत्पादों को खरीदने में अधिक रुचि ले रहे हैं.
दिवाली के त्योहार पर हर वर्ष घर के साज सजावट व इलेक्ट्रॉनिक आइटम आदि सामान सस्ते होने की वजह से चीनी उत्पाद ही खरीदते थे, लेकिन इस बार भारत-चीन तनाव के कारण लोग चीनी उत्पादों का बहिष्कार कर रहे हैं और स्वदेशी उत्पादों से ही घरों की साज सजावट कर रहे हैं.
हिंदू धर्म के प्रमुख त्योहार दिवाली पर मुख्यतः घरों की सजावट में अब तक लोग सस्ते व अधिक डिजाइनर होने के चलते चीनी उत्पादों का उपयोग करते थे, लेकिन इस बार जनता में चीन के विरोध के चलते स्वदेशी की भावना जागृत हो गई. ऐसे में लोग चीनी सामान का पूरी तरह बहिष्कार कर रहे हैं और स्वदेशी उत्पादों की खरीद रहे हैं, जिसके चलते दुकानदारों ने भी स्वदेशी सामान को बढ़ावा देने के लिए चीनी सामान की बिक्री लगभग न के बराबर कर दी है. ग्राहक भी चीनी उत्पादों से पूरी तरह मुंह मोड़ चुके हैं.
पढ़ें- Special : कोरोना के कारण इस बार सजावटी सामानों की मांग कम...त्योहारी सीजन में भी ग्राहकों का टोटा
ऐसे में दिवाली पर सजावट करने के लिए दीपक बनाने वाले कुंभकारों को भी इस दिवाली पर दीपों की बिक्री को लेकर खासी उम्मीद है, जिसके चलते पिछले वर्षों की तुलना में इस बार कुंभकारों ने भी दीपक अधिक मात्रा में बनाए हैं. उनका कहना है कि इस बार बाजार में चीनी सामान की बिक्री बहुत कम हो रही है. लोगों में स्वदेशी की भावना जागृत है, जिसके चलते दीपकों की बिक्री भी पिछले वर्षों की तुलना में अच्छी खासी हो रही है.
वहीं बाजार में साज सजावट, गिफ्ट आइटम व इलेक्ट्रॉनिक्स आइटम के विक्रेताओं का भी कहना है कि ग्राहकों के रुख को देखते हुए उन्होंने भी इस बार चीनी उत्पादकों की खरीद न के बराबर की है, क्योंकि जो भी ग्राहक आते हैं, उस पर मेड इन चाइना देखकर उसे वस्तु को वापस छोड़ देते हैं और मेड इन इंडिया के उत्पाद की डिमांड करते हैं. जिसके चलते अब दुकानदारों ने भी धीरे-धीरे चीनी सामानों की खरीदारी न के बराबर कर दी है.