ETV Bharat / state

दौसाः कोरोना संकट के बीच 1 डॉक्टर के भरोसे सिकंदरा का सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

दौसा के सिंकदरा स्थित सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में चिकित्सों के छुट्टी पर जाने और दो चिकित्सकों की ड्यूटी दौसा अस्पताल के आइसोलेशन वार्ड में लगने के बाद, यहां आने वाले सभी मरीजों के उपचार एक चिकित्सक पर आ गया है. ऐसे में स्थिति कई बार काबू से बाहर निकल जा रही है. लेकिन जिला चिकित्सा विभाग का इस ओर कोई ध्यान नहीं है.

दौसा चिकित्सा विभाग, Sikandra Community Health Center, dausa news
1 डॉक्टर के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र
author img

By

Published : Mar 27, 2020, 6:17 PM IST

दौसा. कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच जहां जिला प्रशासन जिले में जगह-जगह आइसोलेशन वार्ड बनाकर चिकित्सा व्यवस्थाओं में जुटा है. वहीं चिकित्सा विभाग की लापरवाही का दंश झेल रहा है जिले का सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र. दो-दो हाईवे के किनारे बने सामुदायिक केंद्र में आए दिन दुर्घटनाओं के केस तो आते ही हैं. साथ में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते और मौसमी बीमारियों के मरीजों की तादाद भी इन दिनों बढ़ी हुई है. ऐसे में यह सारा भार महज एक चिकित्सक अपने कंधों पर लिए बैठे हैं.

1 डॉक्टर के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

बता दें कि, फरवरी माह में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा में कई चिकित्सक कार्यरत थे. लेकिन दो महिला चिकित्सकों के मैटरनिटी लीव चाइल्ड केयर लीव पर चले जाने, दो चिकित्सकों को आइसोलेशन वार्ड दौसा मुख्यालय पर लगा देने के बाद सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सारा भार एक चिकित्सक महेश गुर्जर के कंधों पर आ गया है. ऐसे में मौसमी बीमारियां, हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाएं, कोरोना संक्रमण के खतरों के मरीजों सैकड़ों की तादाद में हर रोज स्वास्थ्य केंद्र पर आ रहें है.

ये पढ़ेंः COVID-19: जोधपुर में 394 लोगों पर नजर, क्वॉरेंटाइन में मनोरंजन की व्यवस्था भी कर रहा प्रशासन


वहीं स्वास्थ्य विभाग 1 महीने से इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इस मामले को लेकर सीएमएचओ ओ पी वर्मा का कहना है कि कुछ महिला चिकित्सकों के छुट्टी पर चले जाने और दो चिकित्सकों को आइसोलेशन वार्ड में लगा देने की वजह से इस तरह के हालात पैदा हुए हैं. लेकिन अभी जिले को 5 नए चिकित्सक और मिले हैं. जिनमें से कुछ चिकित्सकों को सिकंदरा स्वास्थ्य केंद्र पर लगाकर इन हालात से निजात पाने का प्रयास किया जाएगा. लेकिन चिकित्सा विभाग की अनदेखी के चलते सिकंदरा सहित आसपास के दर्जनभर गांवों के लोगों को पिछले 1 महीने से सही समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा.

दौसा. कोरोना वायरस के संक्रमण के बीच जहां जिला प्रशासन जिले में जगह-जगह आइसोलेशन वार्ड बनाकर चिकित्सा व्यवस्थाओं में जुटा है. वहीं चिकित्सा विभाग की लापरवाही का दंश झेल रहा है जिले का सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र. दो-दो हाईवे के किनारे बने सामुदायिक केंद्र में आए दिन दुर्घटनाओं के केस तो आते ही हैं. साथ में कोरोना वायरस के संक्रमण के चलते और मौसमी बीमारियों के मरीजों की तादाद भी इन दिनों बढ़ी हुई है. ऐसे में यह सारा भार महज एक चिकित्सक अपने कंधों पर लिए बैठे हैं.

1 डॉक्टर के भरोसे सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र

बता दें कि, फरवरी माह में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र सिकंदरा में कई चिकित्सक कार्यरत थे. लेकिन दो महिला चिकित्सकों के मैटरनिटी लीव चाइल्ड केयर लीव पर चले जाने, दो चिकित्सकों को आइसोलेशन वार्ड दौसा मुख्यालय पर लगा देने के बाद सिकंदरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र का सारा भार एक चिकित्सक महेश गुर्जर के कंधों पर आ गया है. ऐसे में मौसमी बीमारियां, हाईवे पर होने वाली दुर्घटनाएं, कोरोना संक्रमण के खतरों के मरीजों सैकड़ों की तादाद में हर रोज स्वास्थ्य केंद्र पर आ रहें है.

ये पढ़ेंः COVID-19: जोधपुर में 394 लोगों पर नजर, क्वॉरेंटाइन में मनोरंजन की व्यवस्था भी कर रहा प्रशासन


वहीं स्वास्थ्य विभाग 1 महीने से इस ओर कोई ध्यान नहीं दे रहा है. इस मामले को लेकर सीएमएचओ ओ पी वर्मा का कहना है कि कुछ महिला चिकित्सकों के छुट्टी पर चले जाने और दो चिकित्सकों को आइसोलेशन वार्ड में लगा देने की वजह से इस तरह के हालात पैदा हुए हैं. लेकिन अभी जिले को 5 नए चिकित्सक और मिले हैं. जिनमें से कुछ चिकित्सकों को सिकंदरा स्वास्थ्य केंद्र पर लगाकर इन हालात से निजात पाने का प्रयास किया जाएगा. लेकिन चिकित्सा विभाग की अनदेखी के चलते सिकंदरा सहित आसपास के दर्जनभर गांवों के लोगों को पिछले 1 महीने से सही समय पर इलाज नहीं मिल पा रहा.

ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.