दौसा. वर्ष 2008 में हुए गुर्जर आरक्षण आंदोलन में सिकंदरा चौराहे पर पुलिस की फायरिंग में शहीद हुए लोगों की याद में बुधवार को गुर्जर शहीद स्मारक पर श्रद्धांजलि सभा और मेले का आयोजन किया गया. कार्यक्रम के दौरान जयपुर हेरिटेज नगर निगम की मेयर मुनेश गुर्जर के मुख्यमंत्री की तारीफ में दिए भाषण पर विवाद हो गया. इसके बाद बांदीकुई विधायक जीआर खटाना ने लोगों को शांत करवाया.
मेयर ने की सीएम की तारीफ : दरअसल, मेयर मुनेश गुर्जर ने संबोधन के दौरान कहा कि पिछले आंदोलनों के दौरान समाज के लोग शहीद हुए लेकिन, समाज की मांगों को अमलीजामा पहनाने का काम मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने किया. उन्होंने एक लाठी भी नहीं बरसाई और हमें 5 प्रतिशत आरक्षण भी दे दिया. आज हमारे बच्चे आरएएस, डॉक्टर-इंजिनियर बन रहे हैं. ये अशोक गहलोत की ही देन है.
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पायलट जिंदाबाद के लगे नारे : मेयर के इतना कहते ही कार्यक्रम में मौजूद लोगों ने हंगामा शुरू कर दिया. इतने में एक ने मंच के सामने आकर सीएम गहलोत के पक्ष में भाषण देने पर ऐतराज जताया. साथ ही मंच पर मौजूद लोगों ने भी मेयर को रोका. हंगामा होता देख बांदीकुई विधायक जीआर खटाना ने लोगों को शांत किया. देवनारायण बोर्ड अध्यक्ष जोगिंदर अवाना के सामने भी युवाओं ने पायलट जिंदाबाद के नारे लगाने शुरू कर दिए. इस पर पुलिस ने घेराबंदी कर अवाना को वहां से निकाला.
समझौता राहत कैंप भी लगाएं सरकार : युवा गुर्जर महासभा के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिवपाल गुर्जर ने शहीदों को पुष्प अर्पित कर समाज को एकजुट रहने का आह्वान किया. पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना ने पत्रकारों को संबोधित करते हुए कहा कि गुर्जर समाज 22 प्रतिशत जनसंख्या में है. हमारी पहले मूल मांग एसटी आरक्षण की है, इसके बाद ही आंदोलन में शहीद हुए लोगों की सच्ची श्रद्धांजलि होगी. कार्यक्रम में गुर्जर आरक्षण संघर्ष समिति के अध्यक्ष विजय बैंसला ने कहा कि सरकार ने समाज से वार्ता की और समझौते किए, लेकिन उनपर खरी नहीं उतरी. ऐसे में हम सरकार से मांग करते हैं कि जिस तरह से महंगाई राहत कैंप सरकार लगा रही है, उसी तरह समझौता राहत कैंप भी लगाएं. सरकार को समझौते का क्रियान्वयन करना चाहिए.
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पहली बार लगा रहा गुर्जर मेला : आरक्षण की मांग को लेकर हुए अलग-अलग आंदोलनों के दौरान पुलिस फायरिंग में गुर्जर समाज के 76 लोग शहीद हो गए थे. इसके बाद से ही उनकी याद में प्रतिवर्ष श्रद्धांजलि सभाओं का आयोजन किया जाता है. सिकंदरा-बासड़ा में बने स्मारक पर शहीदों की मूर्तियां लगने के बाद पहली बार मेले का आयोजन किया जा रहा है, जिसमें बड़ी संख्या में लोग पहुंचे. श्रद्धांजलि सभा में बड़ी संख्या में गुर्जर समाज के लोगों के शामिल होने की संभावना को देखते हुए पुलिस-प्रशासन अलर्ट रहा. जयपुर-आगरा हाईवे पर यातायात सुचारू रखने के लिए अतिरिक्त जाप्ता तैनात किया गया.
सिकंदरा में हुई थी 22 लोगों की मौत 2008 में हुए गुर्जर आरक्षण आंदोलन के दौरान पुलिस और आंदोलनकारियों की भिड़ंत में सिकंदरा में 22 लोगों की पुलिस की गोली लगने से मौत हुई थी. इसके बाद से हर वर्ष सिकंदरा में 24 मई और दौसा के पाटोली-पीपलखेड़ा में 29 मई को श्रद्धांजलि सभा का आयोजन किया जाता है.
13 राज्यों से पहुंचे लोग श्रद्धांजलि सभा में राजस्थान सहित देश के अलग-अलग राज्यों से गुर्जर समाज के जनप्रतिनिधि और प्रबुद्धजनों ने भाग लिया. समाज के लोगों ने शहीद हुए लोगों की मूर्ति पर पुष्प चढ़ाकर श्रद्धांजलि दी. कार्यक्रम में मेरठ विधायक अतुल प्रधान, सांसद जसकोर मीणा, हरियाणा पूर्व मंत्री करतार सिंह भड़ाना, बांदीकुई विधायक जीआर खटाना सहित 13 राज्यों से गुर्जर समाज के लोग शामिल हुए.