दौसा. राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा शनिवार को दौसा जिला अस्पताल का औचक निरीक्षण करने पहुंचे. इस दौरान जिला अस्पताल के हालातों को देखकर वे दंग रह गए. अस्पताल का हालत बद से बदतर था. इसके बाद सांसद मीणा ने चिकित्सा मंत्री से फोन पर बात कर लापरवाही की जांच करवा कर कार्रवाई की मांग की.
सांसद मीणा ने कहा कि अस्पताल में 38 वेंटिलेटर रखे हुए हैं, जिनमें से 19 वेंटिलेटर पीएम केयर्स फंड से अगस्त 2020 में ही अस्पताल को दे दिए गए थे. लेकिन, अस्पताल प्रशासन की लापरवाही के कारण उनको भी खराब घोषित कर दिया गया. उन्होंने कहा कि बिना किसी टेक्नीशियन के सलाह के वेंटिलेटर को खराब घोषित कर दिया गया.
मीणा ने कहा कि अस्पताल के पीएमओ ने वेंटिलेटर को खराब बताते हुए राज्य सरकार को पत्र लिखा और कहा कि अस्पताल में वेंटिलेटर की कमी है. जिला अस्पताल में सिर्फ 6 वेंटिलेटर है, जबकि 38 वेंटिलेटर पिछले 1 साल से अस्पताल में पड़े हुए हैं और इसका आने के बाद अब तक उपयोग नहीं हुआ है.
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उन्होंने कहा कि अस्पताल में वेटिंलेटर रखा हुआ है और इसके बाद भी वेंटिलेटर की कमी के कारण कोरोना मरीजों की मौत हो रही है. उन्होंने जिला अस्पताल प्रशासन पर आरोप लगाते हुए कहा कि प्रशासन की ओर से कोरोना मरीजों के मौत का भी आंकड़ा छुपाया जा रहा है.
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने बताया कि अस्पताल के दस्तावेजों में अब तक सिर्फ 62 मौत होना बताया गया है, लेकिन अस्पताल प्रशासन सिर्फ 42 मौत बता रहा है. इसके बाद सांसद मीणा ने चिकित्सा मंत्री रघु शर्मा से बातचीत की और पूरे मामले की जांच करवाकर कार्रवाई की मांग की.