दौसा. जिले में बीजेपी जिला अध्यक्ष पर मुकदमा दर्ज होने के मामले में गुरुवार को सांसद जसकौर मीणा ने एक प्रेस वार्ता आयोजित की. इस दौरान उन्होंने कहा कि 15 अगस्त को उन्होंने लिखित में जिलाध्यक्ष रतन तिवाड़ी को यह निर्देश दिया था कि जिला परिषद में स्थित सांसद कार्यालय में जाकर ध्वजारोहण करें. इसके बावजूद भी जिलाध्यक्ष के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया गया है.
उन्होंने कहा कि इस मामले में उन्होंने काफी तथ्य जुटाए हैं. जिसके बाद पता लगा है कि केंद्र सरकार ने सांसदों के कार्यालयों के लिए अलग से भवन बनाए हैं. दौसा में जिला परिषद में पर्याप्त जगह थी. ऐसे में जिला परिषद परिसर में यह भवन बनाया गया. इस भवन में पिछले कई वर्षों से ध्वजारोहण होता रहा है. कभी सांसद ध्वजारोहण करते हैं, तो कभी कोई कार्यकर्ता कर देता है, लेकिन पहली बार हुआ है, जब जिलाध्यक्ष के ध्वजारोहण करने पर मुकदमा दर्ज किया गया है.
सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि बड़ी मुश्किल से देश में गौरव का समय आता है. घर-घर में ध्वजारोहण किया जाता है. ऐसे में रिकॉर्डेड आलोट कार्यालय पर झंडारोहण करना कौन सा अपराध है. जिस पर जिला अध्यक्ष के ऊपर मुकदमा दर्ज किया गया है.
बता दें कि जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी लक्ष्मीकांत बालोत ने अनाधिकृत रूप से प्रवेश कर जिला परिषद में स्थित सांसद कार्यालय में ध्वजारोहण करने के मामले में भाजपा जिलाध्यक्ष रतन तिवाड़ी पर कोतवाली थाने में मुकदमा दर्ज कराया था. वहीं गुरुवार को कांग्रेस सरकार द्वारा इंदिरा रसोई का शुभारंभ करने पर सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि इन्होंने क्या नया किया है. यह योजना पूर्व में भाजपा सरकार की अन्नपूर्णा रसोई योजना के नाम से चल रही थी. केवल और केवल इन्होंने उस योजना का नाम परिवर्तित करके इंदिरा रसोई योजना कर दिया.
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सांसद ने कहा कि एक ही परिवार का नामकरण कर एक ही वंश के आधार पर चलना उन्हीं का नामकरण करना यह कांग्रेस की आदत रही है. इसलिए इन्होंने हमारी संस्कृति के सबसे भव्य नाम अन्नपूर्णा को भी परिवर्तित कर इंदिरा रसोई कर दिया.