दौसा. प्रदेश में लंबे समय से चले आ रहे सियासी घमासान की मुख्य वजह कांग्रेस में गुटबाजी है. कई बार गुटबाजी खुलकर समने आ चुकी है. इस गुटबाजी को संतुष्ट और शांत करने के लिए कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों पक्षों को बैठाकर मांगे पूरी करने का आश्वासन दिया था. लेकिन केंद्रीय नेतृत्व की ओर से 2 महीने में संतुष्ट करने के दिए गए आश्वासन को 10 महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई. ऐसे में सचिन पायलट समर्थक विधायकों ने एक बार फिर आलाकमान से सत्ता और संगठन में भागीदारी की पूरानी मांग को उठाया है.
बीते सप्ताह ही मुख्यमंत्री अशोक गहलोत की तारीफ करने वाले पायलट समर्थक विधायक पी आर मीणा ने फिर सरकार से मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां करने की बात कही है. विधायक पी आर मीणा ने कहा कि वह सचिन पायलट के साथ हैं और उनके साथ ही रहेंगे. अगर सचिन पायलट (Sachin Pilot) उन्हें फिर से दिल्ली जाने के लिए या कुछ भी करने के लिए कहते हैं को करेंगे. पायलट के कहने पर जान देने के लिए भी तैयार हैं.
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विधायक मीणा ने कहा कि सभी को संतुष्ट करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने 2 महीने के का आश्वासन दिया था. लेकिन काफी लंबा समय हो गया. अब सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों का मंत्रिमंडल विस्तार होना चाहिए.
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वहीं सीएम गहलोत (CM Gehlot) की प्रशंसा को लेकर उन्होंने कहा कि उन्होंने 3-4 काम अच्छे किए हैं. इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत की प्रशंसा कर उन्हें धन्यवाद दिया है. केंद्रीय नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विधायक पीआर आर मीणा ने कहा कि हमेशा गांधी परिवार के हाथ में ही रहना चाहिए. यदि गांधी परिवार के अलावा केंद्रीय नेतृत्व किसी और को दिया जाता है, तो कांग्रेस एक दिन में नहीं चल पाएगी.