दौसा. सचिन पायलट समर्थक विधायकों ने सत्ता और संगठन में विस्तार की मांग की है. प्रदेश में लंबे समय से चले आ रहे सियासी घमासान की मुख्य वजह कांग्रेस में गुटबाजी है. जोकि कई बार खुलकर समने आई है. इस गुटबाजी को संतुष्ट और शांत करने के लिए कांग्रेस के केंद्रीय नेतृत्व ने दोनों पक्षों को बैठाकर आश्वासन दिया था. लेकिन केंद्रीय नेतृत्व की ओर से 2 महीने में संतुष्ट करने के दिए गए आश्वासन को 10 महीने बीत जाने के बाद भी कोई कार्रवाई नहीं हुई.
ऐसे में सचिन पायलट खेमा आज भी असंतुष्ट नजर आ रहा है. जिसके चलते पायलट समर्थक विधायक पी आर मीणा ने फिर सरकार से मंत्रिमंडल विस्तार और राजनीतिक नियुक्तियां करने की बात कही है. शुक्रवार को पूर्व केंद्रीय मंत्री स्व. राजेश पायलट की पुण्यतिथि के अवसर पर पुष्पांजलि कार्यक्रम में शामिल होने आए विधायक पी आर मीणा ने कहा कि वह सचिन पायलट के साथ हैं. सचिन पायलट के साथ ही रहेंगे.
अगर सचिन पायलट (Sachin Pilot) उन्हें फिर से दिल्ली जाने के लिए या कुछ भी करने के लिए कहते हैं. वह पायलट के कहने पर जान देने के लिए भी तैयार हैं. विधायक मीणा ने कहा कि सभी को संतुष्ट करने के लिए केंद्रीय नेतृत्व ने 2 महीने के का आश्वासन दिया था. लेकिन काफी लंबा समय हो गया. अब सरकार में राजनीतिक नियुक्तियों का मंत्रिमंडल विस्तार होना चाहिए.
सीएम गहलोत (CM Gehlot) की प्रशंसा को लेकर उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री ने उनके 3 से 4 काम अच्छे किए हैं. इसलिए उन्होंने मुख्यमंत्री गहलोत की प्रशंसा की है और धन्यवाद दिया है. केंद्रीय नेतृत्व परिवर्तन को लेकर विधायक पीआर आर मीणा ने कहा कि केंद्रीय नेतृत्व हमेशा गांधी परिवार के हाथ में ही रहना चाहिए. यदि गांधी परिवार के अलावा केंद्रीय नेतृत्व किसी और को दिया जाता है, तो कांग्रेस एक दिन में नहीं चल पाएगी.