दौसा. स्वदेशी वस्तुओं का उपयोग, उत्पादन और स्वदेशी खान-पान को बढ़ावा देने के उद्देश्य को लेकर रविवार को स्वदेशी जागरण मंच की जिला कार्यकारिणी की बैठक जिला अध्यक्ष मनोज राघव की अध्यक्षता में आयोजित की गई. इस बैठक में जिला पदाधिकारियों सहित कई प्रदेश संगठन के पदाधिकारियों ने भाग लिया. बैठक में स्वदेशी उत्पादों में स्वदेशी वस्तुओं के उपभोग और स्वरोजगार को बढ़ावा देने को लेकर चर्चा की गई.
शहर के एक निजी मैरिज गार्डन में आयोजित स्वदेशी जागरण मंच की बैठक को जयपुर प्रान्त संघठक के मनोहर लाल ने व्यापारियों और स्वदेशी मंच से जुड़े लोगों को संबोधित किया. उन्होंने कहा कि लोगों में स्वदेशी का भाव लुप्त हो गया है उसे जगाने के लिए बैठक का आयोजन किया गया. घर-घर स्वदेशी वस्तुए संकल्पित हो, मेरा परिवार स्वदेशी संकल्पित परिवार होता है तो स्थानीय व्यापर को भी बढ़ावा मिलेगा है इसके लिए स्वदेशी जागरण मंच के माध्यम से युवाओं की काउंसलिंग करके उन्हें स्वरोजगार की ओर मोड़ना और उनको स्वदेशी वस्तु के उपयोग के लिए जागरूक करना ही प्रथम उद्देश्य है.
मनोहर लाल ने कहा कि स्वरोजगार से हमें नौकरी करने वाला नहीं बनना बल्कि नौकरी देने वाला बनना है. उन्होंने कहा हमारा जिला संकल्पित स्वावलंबी जिला बने जिसकी शुरुआत गांव से करें. गांव की आवश्यक वस्तुएं का निर्माण गांव में ही हो, इसके लिए हमे युवा पीढ़ी को आगे लाना है जो गांव की आवश्यक वस्तुओं का गांव में ही निर्माण करें सके. युवा जागेगा इस दिशा में आगे बढ़ेगा नए-नए चीजों का उत्पादन करेगा तो विदेशी वस्तुओ का विकल्प बंद हो जायेगा.
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इस दौरान स्वदेशी जागरण मंच के जिला अध्यक्ष मनोज राघव ने कहा कि हमें खानपान में शुद्धता के लाने के लिए भी स्वदेशी वस्तुओं को बढ़ावा देने की आवश्यकता है. युवाओं को वह किसानों को जैविक खेती की ओर अग्रसर होना होगा. कई तरह के रासायनिक पदार्थों से पैदा अनाज सब्जियां फल व अन्य खाद्य पदार्थ लोगों के शरीर में बीमारियों को बढ़ावा दे रहा है. ऐसे में शरीर को बीमारियों से बचाने के लिए अब हमें रासायनिक खेती से बचकर जैविक खेती की ओर बढ़ना होगा