दौसा. कोरोना जैसी महामारी को लेकर जहां देश और प्रदेश की सरकार आम जनता से सोशल डिस्टेंस की अपील कर रही है. वहीं एक तरफ कुछ लोग इस अपील को गंभीरता से नहीं ले रहे हैं. सड़कों पर लोग एकत्रित नहीं हो इसके लिए धारा 144 लागू की गई.
लेकिन कोराना जैसी इस महामारी में सरकार की तरफ से लॉकडाउन के बाद भी लोग कितने लापरवाह है इसका एक नमूना दौसा में देखने को मिला. मंगलवार को रसद विभाग की टीम की तरफ से सरकारी राशन की दुकानों पर राशन वितरण किया गया. जिसके लिए सैकड़ों की तादाद में लोग राशन सामग्री लेने के लिए एक साथ निकल पड़े. शहर के नागौरी मोहल्ले में खुली राशन की दुकानों पर सैकड़ों की तादाद में महिलाएं और पुरुष राशन लेने के लिए निकल पड़े.
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राशन को देखकर लोग कोरोना महामारी से बचने के लिए किए गए लॉकडाउन और धारा 144 भी भूल गए. बड़ी बात यह है कि ऐसे में पुलिस और प्रशासन धारा 144 का पालन करवाने के लिए हर जगह सख्ती बरतती नजर आ रही है. लेकिन राशन की दुकानों पर जुटी भीड़ को तितर-बितर करने के लिए ना ही पुलिस का कोई नुमाइंदा पहुंचा और ना ही रसद विभाग ने कोई प्रयास किए.
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मामले को लेकर जब अतिरिक्त जिला कलेक्टर लोकेश मीना से बात की गई तो उन्होंने कहा की लॉकडाउन के चलते लोगों को खाने-पीने की समस्या ना हो इसके लिए राशन की दुकानें खुलवा कर राशन वितरण करवाया जा रहा है. लेकिन कोरोना वायरस के चलते सोशल डिस्टेंस के लिए रसद अधिकारी को सख्ती से निर्देश दिए गए हैं. उन्होंने कहा कि ऐसे समय में फूड वितरण और ड्राई राशन वितरण जरूरी है. लेकिन डीएसओ को सोशल डिस्टेंस भी मेंटेन करने के लिए सख्त निर्देश दे दिए गए हैं.