दौसा. दिल्ली-मुंबई एक्सप्रेस हाईवे को लेकर किसानों के मुआवजे की लंबे समय से चली आ रही मांग ने गुरुवार को बड़े आंदोलन का रूप ले लिया. राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा के नेतृत्व में गुरुवार को दौसा के किसानों ने नींदड़ की तरह जमीन समाधि ले ली. सैकड़ों की तादाद में महिला, पुरुषों ने हाईवे में मुआवजे की मांग को लेकर जिले के लाडली के बास गांव में जमीन समाधि ले ली.
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जमीन की असल कीमत से भी मुआवजा: किरोड़ी
इस आंदोलन को लेकर राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोड़ी लाल मीणा का कहना है कि एक्सप्रेस हाईवे निर्माण में सरकार द्वारा जो किसानों को मुआवजा दिया जा रहा है, वह उनकी जमीन की असल कीमत से भी कम है. ऐसे में किसान की जमीन भी जा रही है और उसे पर्याप्त मुआवजा भी नहीं मिल रहा. जिससे किसान जमीन जाने के बाद कहीं का भी नहीं रहेगा, इसलिए किसानों को उनकी जमीन का पर्याप्त मुआवजा दिलाने के लिए यह जमीन समाधि का आंदोलन किया जा रहा है.
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किसानों की समस्या सबसे पहले: किरोड़ी
राज्यसभा सांसद किरोड़ी मीणा का कहना है कि केंद्र सरकार के प्रतिनिधि होने के बावजूद किसानों की समस्या उनके लिए सबसे पहले हैं, इसलिए वो किसानों के आंदोलन के साथ जुड़े हैं और हमेशा किसानों की प्राथमिकता उनके लिए सर्वोपरि रहेगी. जब तक सरकार किसानों के मुआवजे की मांग को स्वीकार नहीं कर लेती तब तक उनका आंदोलन जारी रहेगा. मीणा का कहना है कि उन्हें उम्मीद है कि सरकार किसानों की मांग को जल्दी ही पूरी करेगी.