दौसा. शनिवार से शारदीय नवरात्रों की शुरुआत होने के साथ-साथ घर-घर में मां दुर्गा की पूजा के लिए घट स्थापना की गई. ऐसी मान्यता है कि नवरात्र के दौरान 9 दिन के लिए मां दुर्गा स्वर्ग से धरती पर आती है. जिसके चलते लोगों ने अपने घरों में माता की चौकी सजाकर माता को प्रसन्न करने के लिए फूल-माला, गुलाब, इत्र, फल-फूल और पंचमेवा का भोग लगाकर माता की पूजा अर्चना शुरू की.
पहले दिन मां शैलपुत्री की पूजा के साथ लोगों ने घर-घर में घट स्थापना की. पूजा में लाल कपड़े का बहुत अधिक महत्व माना जाता है. इसलिए माता की चौकी पर लाल कपड़ा बिछाकर और लाल कपड़े लपेट कर घटस्थापना की गई. शनिवार से 9 दिन के लिए लोगों ने व्रत उपवास शुरू कर दिए. ऐसे में अब नवरात्र करने वाले लोग माता की पूजा से पहले अन्न-जल ग्रहण नहीं करेंगे और 9 दिन के लिए एक समय भोजन कर पूरी तरह व्रत उपवास रखेंगे. जिसके चलते जिला मुख्यालय पर भी लोगों ने घर-घर में माता की पूजा के लिए घट स्थापना की शहर के बीचों-बीच बने दुर्गा मंदिर में 9 दिन तक माता के अलग-अलग सिंगार होंगे.
जिसके चलते शनिवार को दुर्गा मंदिर में भी घटस्थापना कर माता के श्रृंगार के साथ नवरात्रि का शुभारंभ किया गया. अपनी मनोकामना पूर्ण करने के लिए और घर में सुख शांति और समृद्धि के लिए हिंदू धर्म में नवरात्रि का विशेष महत्व माना जाता है. जिसके चलते हिंदू धर्म के सभी लोगों में नवरात्र पर्व धूमधाम के साथ मनाया जाता है. अपनी कुलदेवी को प्रसन्न करने के लिए लोग घरों में घट स्थापना कर मां दुर्गा की पूजा करने के लिए शुरू हो गए. ऐसे में अब यह मां दुर्गा के अलग-अलग रूपों की पूजा लगातार 9 दिन तक चलेगी. 9वें दिन कन्या भोज के साथ ही मां दुर्गा को विदा किया जाएगा.