दौसा. शपथ ग्रहण के साथ ही शुक्रवार को नए मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा ने प्रदेश की कमान संभाल ली. उन्होंने राजधानी जयपुर स्थित अल्बर्ट हॉल में सीएम पद की शपथ ली. वहीं, इस दौरान दौसा से कांग्रेस विधायक व पूर्व मंत्री मुरारीलाल मीणा मीडियाकर्मियों से रूबरू हुए और उन्होंने सीएम भजनलाल शर्मा को शुभकामनाएं दी. उन्होंने कहा, ''हम नए सीएम का स्वागत करते हैं. साथ ही चाहते हैं कि जो हमारी सरकार के विकास कार्य व योजनाएं थी. उसका नए मुखिया नियमित रूप से संचालन जारी रखें, क्योंकि उन योजनाओं से राज्य की जनता खुश थी.''
ईआरसीपी को घोषित करें राष्ट्रीय परियोजना : आगे उन्होंने कहा, ''पूर्वी राजस्थान का सबसे बड़ा मुद्दा ईआरसीपी है, जो भाजपा के घोषणा पत्र में भी था. ऐसे में हम चाहते हैं कि ईआरसीपी योजना को अविलंब राष्ट्रीय परियोजना घोषित किया जाएगा. हमने ईआरसीपी पर कोई राजनीति नहीं की थी. भाजपा पहले से यह बोलती आई है कि हमारी सरकार आएगी तो ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित करेंगे. अब प्रदेश में सरकार भाजपा की सरकार बनी है. मुख्यमंत्री भी पूर्वी राजस्थान से ही हैं. इसलिए अब उनको ईआरसीपी को राष्ट्रीय परियोजना घोषित कर देना चाहिए, जिससे आगे किसानों को फायदा मिल सके.
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किरोड़ी लाल मीणा को सीएम नहीं बनाने से जनता में आक्रोश : उन्होंने मुख्यमंत्री पद को लेकर कहा, ''भजनलाल शर्मा को मुख्यमंत्री बनाने का निर्णय भाजपा का है. पार्टी ने कुछ सोच समझकर ही उन्हें मुख्यमंत्री बनाया होगा. भाजपा में कई दिग्गज नेता हैं. पूर्वी राजस्थान के सवाई माधोपुर से विधायक किरोड़ी लाल मीणा भी सीएम पद की रेस में थे. पूर्वी राजस्थान के लोगों को उम्मीद थी कि डॉ. किरोड़ी लाल मीणा मुख्यमंत्री बनेंगे, लेकिन उन्हें सीएम नहीं बनाया गया. इससे जनता में थोड़ी नाराजगी है. खैर, किरोड़ी लाल मीणा ने पूर्वी राजस्थान में काफी संघर्ष किया था. पांच साल तक उन्होंने मेहनत की थी. ऐसे में अब पार्टी को उन्हें उचित पद देना चाहिए.''
भाजपा ने धर्म के नाम पर किया वोटों का ध्रुवीकरण : पूर्व मंत्री मुरारीलाल मीणा ने कहा, ''कांग्रेस सरकार ने प्रदेश के गरीब, किसान व मजदूरों के लिए एक से बढ़कर एक योजना लगाई थी. इतनी योजना किसी भी सरकार ने लागू नहीं की, लेकिन फिर भी भाजपा ने धर्म और जाति के नाम पर कैंपेनिंग की और आखिरकार वो कामयाब हुए. अशोक गहलोत और सचिन पायलट ने मिलकर चुनाव लड़ा था. दोनों ही नेताओं ने काफी मेहनत भी की थी, लेकिन भाजपा ने वोटों का ध्रुवीकरण किया. इससे उन्हें फायदा हुआ और उनकी राज्य में सरकार बनी है.''
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नेता प्रतिपक्ष व टिकट वितरण पर कही ये बड़ी बात : वहीं, नेता प्रतिपक्ष व कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर उन्होंने कहा, ''मैं नेता प्रतिपक्ष की दौड़ से बाहर हूं. ऐसे में पार्टी आलाकमान जिसे नेता प्रतिपक्ष बनाएगा, वो ही बनेगा और जिसे भी पार्टी नेता प्रतिपक्ष बनाएगी, हम सभी उसका सम्मान करेंगे.'' आगे उन्होंने कांग्रेस में टिकट वितरण को लेकर कहा, ''पार्टी में सभी लोगों ने मिलकर काम किया. प्रदेश में कांग्रेस की 70 सीटें आई, लेकिन फिर भी कहीं न कहीं टिकट वितरण में चूक हुई है. इसका सीधा फायदा भाजपा को हुआ है. साथ ही भाजपा ने धर्म के नाम पर वोटों का ध्रुवीकरण किया और वो इसमें कामयाब रहे.''
पायलट को मिलनी चाहिए बड़ी जिम्मेदारी : राज्य के पूर्व मंत्री मुरारीलाल मीणा ने सचिन पायलट को लेकर भी बयान दिया. उन्होंने पायलट को जनाधार वाला नेता बताया और कहा कि उन्हें बड़ी जिम्मेदारी मिलनी चाहिए. बावजूद इसके आखिरी निर्णय पार्टी आलाकमान को लेना है कि किसे क्या जिम्मेदारी देनी है.