दौसा. कोरोना संक्रमण के बीच अब जनप्रतिनिधियों ने सहयोग का बीड़ा उठाया है. जिले में विधायक मुरारी लाल मीणा के बाद, मंत्री परसादी लाल मीणा, मंत्री ममता भूपेश और सांसद जसकौर मीणा ने भी चिकित्सा विभाग को एंबुलेंस सहित कई चिकित्सकीय उपकरण प्रदान किए हैं. मंगलवार को एंबुलेंस कोविड हेल्प डेस्क का उद्घाटन करने दौसा पहुंची सांसद जसकौर मीणा ने ईटीवी भारत से खास बातचीत की. उन्होंने बताया कि इस महामारी में वह खुद भी कोरोना पॉजिटिव हो गई थीं. ऐसे में घर में रहकर ही लोगों से फोन के जरिए संपर्क बनाकर उनके हालचाल लिए और चिकित्सकीय उपकरणों के लिए जरूरत के अनुसार बीच-बीच में बजट भी जारी करती रही.
उन्होंने कहा कि अब तीसरी लहर की आशंका के चलते बच्चों के लिए भी उन्होंने जिला अस्पताल में बेड, ऑक्सीजन सिलेंडर व वॉर्मर की व्यवस्था की है. सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि कोरोना का दौर बहुत ही दुखद दौर है. इस महामारी में उन्होंने कई अपनों को खो दिया जिसका गम हमेशा रहेगा. सांसद मीणा ने इस महामारी में युवाओं की अधिक मौतों को लेकर कहा कि हमें इस बात का दुख है कि युवा वर्ग काफी संख्या में इस महामारी की भेंट चढ़ गए. अधिक लापरवाही के कारण युवा संक्रमण के शिकार हुए और समय पर इलाज भी नहीं शुरू कराया जिससे हालात बिगड़ गए.
उन्होंने कहा कि इस महामारी से बचने के लिए हमें कोरोना गाइडलाइन की पालना और समय पर इलाज लेना सबसे जरूरी है. सांसद ने कहा कि यह ऐसा दौर चल रहा है कि पार्टी और राजनीति से ऊपर उठकर हमें एकजुट होकर जनता की सेवा करनी होगी. हमारे फ्रंटलाइन वर्कर और कोरोना वॉरियर्स की हौसला अफजाई भी करनी होगी. सांसद मीणा ने कहा कि वह खुद भी संक्रमित हो गई थी लेकिन गाइडलाइन की पालना और समय पर उपचार लेकर ही उन्होंने खुद ही घर में रहकर ठीक कर लिया.
सांसद ने कहा कि ऐसे हाल में सबको इस गाइडलाइन की पालना करना जरूरी है. सांसद जसकौर मीणा ने कहा कि इस महामारी के दौरान मैंने अपने सांसद कोटे से लगभग 850 चिकित्सकीय उपकरण अपने संसदीय क्षेत्र के 29 हॉस्पिटलों को उपलब्ध करवाए हैं और इन उपकरणों के लिए वहां कार्यरत सभी चिकित्सकों से उनकी लिखित में डिमांड ली है कि उन्हें इलाज के लिए किस चीज की आवश्यकता है. ऐसे हालात में हम सबको मिलकर इस महामारी से लड़ना है. सांसद मीणा ने कहा कि इस महामारी को बच्चों में फैलने से रोकने के लिए हम हर संभव प्रयास करेंगे.