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भाजपा में जाने से अच्छा मैं घर बैठना पसंद करूंगाः मुरारी लाल मीणा

दौसा से कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा ने रविवार को ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान कहा कि मैं भाजपा में जाने से अच्छा घर में बैठना पसंद करूंगा. इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में कुछ लोगों ने बिना वजह की बेतुकी बयानबाजी की है.

Enclosure of Congress MLAs,  Dausa MLA Murari Lal Meena
कांग्रेस विधायक मुरारी लाल मीणा
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Published : Aug 16, 2020, 4:34 PM IST

दौसा. भाजपा में जाने से अच्छा मैं घर बैठना पसंद करूंगा, यह कहना है दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा का. विधायक मीणा से रविवार को ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेश में हमारी सरकार होने के बावजूद भी हम इसमें अपने आप को व्यथित महसूस कर रहे थे.

'भाजपा में जाने से अच्छा है, मैं घर बैठना पसंद करूंगा'

मीणा ने बताया कि पूर्वी राजस्थान ने कांग्रेस सरकार को लगभग आधी सीटें दी हैं, उसके बावजूद विकास में पूर्वी राजस्थान के साथ भेदभाव किया जा रहा था. मेरे खुद के विधानसभा क्षेत्र में जितनी भी राजनीतिक नियुक्तियां और तबादले हुए उनमें मुझे नजरअंदाज किया गया. ऐसे में पूर्वी राजस्थान में अपने विकास की भागीदारी को लेकर हमने हमारी मांगों को लेकर आलाकमान के समक्ष अपनी बात रखने का प्रयास किया था. लेकिन आलाकमान से हमारी बातचीत होने में देरी हो गई.

'हम ना बिकाऊ थे और ना ही होंगे'

पढ़ें- प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार दो दिवसीय दौरे पर सीकर आएंगे डोटासरा

'हम ना बिकाऊ थे और ना ही होंगे'

विधायक मुरारी लाल मीणा ने कहा कि इस दौरान लोगों ने कई तरह की राजनीतिक बयानबाजी की. इसे भाजपा का सुनियोजित कार्यक्रम तक बताया गया. उन्होंने कहा कि हम ना ही कभी बिकाऊ थे और ना ही बिकाऊ होंगे. मीणा ने कहा कि मैं भाजपा में जाने से अच्छा घर बैठना पसंद करूंगा. हम सिर्फ जनता की समस्याओं को पूरी करवाने के लिए आलाकमान के पास गए थे.

पायलट ने पद लेने से मना कर दिया...

मुरारी लाल ने कहा कि समस्या का समाधान होने में जो समय लगा, उसमें हमारी कोई गलती नहीं है. पार्टी में जब तक कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाएगी, उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक पार्टी मजबूत कैसे हो सकती है. उन्होंने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की बात पर कहा कि हमारे समझौते के दौरान आलाकमान ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को कहा था कि वो अपने सभी पदों को वापस संभाले, लेकिन पायलट ने यह कहते हुए मना कर दिया कि मुझे पद की लालसा नहीं है. मैं ऐसे ही पार्टी सिपाही बन कर कार्य करूंगा.

पढ़ें- शेखावत का तंज, कहा- 'पति-पत्नी' लड़ते हैं फिर राजी होने के बाद कहते हैं कि 'पड़ोसियों' को मात दे दी

'पूरे घटनाक्रम में कुछ लोगों ने बेतुकी बयानबाजी की है'

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान विधायक मुरारी लाल मीणा ने बिना किसी का नाम लिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में कुछ लोगों ने बिना वजह की बेतुकी बयानबाजी की है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को लगता है कि वो इस तरह की बयानबाजी कर मुख्यमंत्री के खास हो जाएंगे. मुख्यमंत्री की नजरों में अपने नंबर बढ़वाने के लिए उन्होंने कई तरह की बेतुकी बयानबाजी की है. मीणा ने कहा कि बेतुकी बयानबाजी से नंबर नहीं बढ़ता, कांग्रेस में अनुशासन के साथ रहने वाले नेता को जनता नंबर देगी.

दौसा. भाजपा में जाने से अच्छा मैं घर बैठना पसंद करूंगा, यह कहना है दौसा विधायक मुरारी लाल मीणा का. विधायक मीणा से रविवार को ईटीवी भारत ने खास बातचीत की. इस दौरान उन्होंने बताया कि प्रदेश में हमारी सरकार होने के बावजूद भी हम इसमें अपने आप को व्यथित महसूस कर रहे थे.

'भाजपा में जाने से अच्छा है, मैं घर बैठना पसंद करूंगा'

मीणा ने बताया कि पूर्वी राजस्थान ने कांग्रेस सरकार को लगभग आधी सीटें दी हैं, उसके बावजूद विकास में पूर्वी राजस्थान के साथ भेदभाव किया जा रहा था. मेरे खुद के विधानसभा क्षेत्र में जितनी भी राजनीतिक नियुक्तियां और तबादले हुए उनमें मुझे नजरअंदाज किया गया. ऐसे में पूर्वी राजस्थान में अपने विकास की भागीदारी को लेकर हमने हमारी मांगों को लेकर आलाकमान के समक्ष अपनी बात रखने का प्रयास किया था. लेकिन आलाकमान से हमारी बातचीत होने में देरी हो गई.

'हम ना बिकाऊ थे और ना ही होंगे'

पढ़ें- प्रदेश अध्यक्ष बनने के बाद पहली बार दो दिवसीय दौरे पर सीकर आएंगे डोटासरा

'हम ना बिकाऊ थे और ना ही होंगे'

विधायक मुरारी लाल मीणा ने कहा कि इस दौरान लोगों ने कई तरह की राजनीतिक बयानबाजी की. इसे भाजपा का सुनियोजित कार्यक्रम तक बताया गया. उन्होंने कहा कि हम ना ही कभी बिकाऊ थे और ना ही बिकाऊ होंगे. मीणा ने कहा कि मैं भाजपा में जाने से अच्छा घर बैठना पसंद करूंगा. हम सिर्फ जनता की समस्याओं को पूरी करवाने के लिए आलाकमान के पास गए थे.

पायलट ने पद लेने से मना कर दिया...

मुरारी लाल ने कहा कि समस्या का समाधान होने में जो समय लगा, उसमें हमारी कोई गलती नहीं है. पार्टी में जब तक कार्यकर्ताओं की नहीं सुनी जाएगी, उनकी समस्याओं का समाधान नहीं होगा तब तक पार्टी मजबूत कैसे हो सकती है. उन्होंने पार्टी प्रदेश अध्यक्ष बदलने की बात पर कहा कि हमारे समझौते के दौरान आलाकमान ने पूर्व प्रदेश अध्यक्ष सचिन पायलट को कहा था कि वो अपने सभी पदों को वापस संभाले, लेकिन पायलट ने यह कहते हुए मना कर दिया कि मुझे पद की लालसा नहीं है. मैं ऐसे ही पार्टी सिपाही बन कर कार्य करूंगा.

पढ़ें- शेखावत का तंज, कहा- 'पति-पत्नी' लड़ते हैं फिर राजी होने के बाद कहते हैं कि 'पड़ोसियों' को मात दे दी

'पूरे घटनाक्रम में कुछ लोगों ने बेतुकी बयानबाजी की है'

ईटीवी भारत से बातचीत के दौरान विधायक मुरारी लाल मीणा ने बिना किसी का नाम लिए कांग्रेस पार्टी के नेताओं पर निशाना साधते हुए कहा कि इस पूरे घटनाक्रम में कुछ लोगों ने बिना वजह की बेतुकी बयानबाजी की है. उन्होंने कहा कि ऐसे लोगों को लगता है कि वो इस तरह की बयानबाजी कर मुख्यमंत्री के खास हो जाएंगे. मुख्यमंत्री की नजरों में अपने नंबर बढ़वाने के लिए उन्होंने कई तरह की बेतुकी बयानबाजी की है. मीणा ने कहा कि बेतुकी बयानबाजी से नंबर नहीं बढ़ता, कांग्रेस में अनुशासन के साथ रहने वाले नेता को जनता नंबर देगी.

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