दौसा. कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते हुए लॉकडाउन और कर्फ्यू के कारण इस बार ईद का रंग फीका रहा. पिछले 1 माह से चल रहे रमजान माह के समापन के बाद सोमवार को मुस्लिम समुदाय के लोगों ने सोशल डिस्टेंस की पालना के साथ नमाज अदा करते हुए ईद का त्यौहार मनाया.
वहीं, कोरोना संक्रमण के चलते इस बार ईद का रंग फीका ही रहा. दरअसल, ना तो लोगों इस बार ईद की खरीदारी की और ना ही एक दूसरे को गले मिलकर ईद की बधाई दे पाए. जिसके चलते इस बार ईद लोगों के लिए फीकी ही रही. सोशल डिस्टेंस की पालना के साथ ईद की नमाज अदा की गई. कोरोना संक्रमण के खतरे के चलते लागू हुए लॉकडाउन और कर्फ्यू के बीच सोमवार को मुस्लिम समाज के लोगों ने ईद की नमाज अदा की.
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पिछले 1 माह से चल रहे रमजान महीने का ईद की नमाज के साथ समापन किया गया. हालांकि, कर्फ्यू और सोशल डिस्टेंस की पालना करवाने के लिए पुलिस प्रशासन भी शहर में फ्लैग मार्च करता रहा है. सभी दरगाहों पर पुलिस का पहरा रहा और धारा 144 की पालना करवाने के लिए पुलिस ने शहर भर में गश्ती की.
बूंदी में लॉकडाउन की वजह से फीकी रही ईद
पूरे देश में कोरोना वायरस के चलते लॉकडाउन जारी है. कोरोना वायरस के लगातार मरीज बढ़ते जा रहे हैं. ऐसे में सोमवार को ईद का पर्व बड़ी ही सादगी के साथ मनाया गया. कोरोना वायरस के चलते ईदगाहों पर कुछ लोगों की मौजूदगी में ईद की नमाज अदा करवाई जा रही है. बूंदी में भी शहर के नवलसागर ईदगाह और मीरा का बाग ईदगाह में शहर काजी की मौजूदगी में पांच लोगों के साथ नमाज अदा करवाई गई. इस दौरान प्रशासन की अनुमति से 5 लोग नमाज अदा करने ईदगाह पहुंचे.
मकराना में मनाई गई सादगी वाली ईद
मकराना में ईद की नमाज सरकार की गाइडलाइन के हिसाब से अदा की गई. अधिकांश लोगों ने अपने घरों पर ही ईद की नमाज पढ़ने के साथ ही मुल्क को कोरोना वायरस से निजात दिलाने के लिए दुआएं की. वहीं, मोहम्मदिया मस्जिद में इमाम मौलाना रुकनुद्दीन ने ईद की नमाज अदा करवाई.