दौसा. बिजली बकाया बिल की राशि की वसूली करने गए कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच हुई हाथापाई में वृद्ध की मौत का मामला सामने आया था. जिसके बाद शुक्रवार को मामले ने तूल पकड़ लिया. इस मामले में वृद्ध के परिजनों ने जिला अस्पताल में हंगामा कर वृद्ध के शव का पोस्टमार्टम करवाने से मना कर दिया. मामले की सूचना मिलते ही राज्यसभा सांसद किरोड़ी लाल मीणा जिला अस्पताल पहुंचे और प्रशासन पर दोषी बिजली कर्मचारियों के खिलाफ कार्रवाई करने की मांग की.
मानपुर में गुरुवार को बकाया बिजली बिल की वसूली करने गए बिजली निगम के कर्मचारियों और ग्रामीणों के बीच हुई धक्का-मुक्की के बाद कल्याण सहाय नामक व्यक्ति की मौत हो गई थी. मौत के बाद ही परिजनों में आक्रोश व्याप्त है और शुक्रवार को शव का पोस्टमार्टम कराने से परिजनों ने इनकार कर दिया था. इसके बाद राज्यसभा सांसद डॉक्टर किरोडी लाल मीणा जिला अस्पताल में पहुंचे और परिजनों से समझाइश कर पुलिस के सामने परिजनों की मांगे रखी जिसके बाद पोस्टमार्टम की प्रक्रिया शुरू हुई.
सांसद किरोड़ी लाल मीणा ने कहा कि जब तक दोषी बिजली कर्मचारियों को हिरासत में नहीं लिया जाएगा और पीड़ित परिवार को आर्थिक मुआवजा नहीं दिया जाएगा तब तक शव को नहीं लेंगे. सांसद ने कहा कि बिजली विभाग के कर्मचारी की वजह से वृद्ध की मौत हो गई और कर्मचारियों ने उल्टा उन लोगों पर दबाव बनाने के लिए राजकार्य में बाधा का मुकदमा दर्ज करवाया हैं जो गलत है. ऐसे में राजकार्य में बाधा के मुकदमे को रफा-दफा कर दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाए.
पढ़ें- 1 ट्रेन के लेट होने से रोजाना 25 यात्रियों की छूट रही बॉम्बे सुपरफास्ट ट्रेन
अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अनिल सिंह चौहान का कहना है कि इस मामले में दोनों पक्षों की ओर से एफ आई आर दर्ज कर ली है और जांच की जा रही है. शव का मेडिकल बोर्ड से पोस्टमार्टम करवा कर परिजनों को सुपुर्द कर दिया गया है जांच में जो भी तथ्य आएंगे उस आधार पर कार्रवाई की जाएगी.