ETV Bharat / state

'जो संस्कार सहित शिक्षा ग्रहण करेंगे वो अपने पैरों पर खड़े होकर आसानी से जीवन यापन करेंगे'

विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में संस्कार सहित शिक्षा दी जाती है. यह कहना है दौसा सांसद जसकौर मीणा का. आदर्श विद्या मंदिर में अभिभावक सम्मेलन एवं नवीन भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए सांसद जसकौर मीणा ने बुधवार को यह बात कही.

दौसा सांसद जसकोर मीणा, dausa mp jaskaur meena, dausa latest news, दौसा न्यूज
author img

By

Published : Oct 9, 2019, 7:49 PM IST

दौसा. विद्या भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में बुधवार को अभिभावक सम्मेलन और नवीन भवन के लोकार्पण समारोह आयोजित हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में दौसा सांसद जसकौर मीणा पहुंची. इस दौरान उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में शिक्षा के साथ संस्कार भी दी जाती है.

आदर्श विद्या मंदिर में अभिभावक सम्मेलन में पहुंची दौसा सांसद

सांसद ने कहा कि सेवा भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में आज उन्हें आने का मौका मिला है. यह भारतीय संस्कृति का प्रेरणा स्थल है. भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित करने के लिए आदर्श विद्या मंदिर लगातार कार्य कर रहे हैं. इन संस्थाओं की जो परंपरा है वह निश्चित ही हमारे देश को गुरुत्व की ओर लेकर जा रही है.

उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों की परवरिश परिवार में हो रही है वह सही है, क्योंकि मां ही पहली शिक्षक होती है, जो बच्चों को संस्कार व शिक्षा देती है. लेकिन उसके बाद अगर कोई बच्चों को शिक्षा दे रहा है तो वह विद्या भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर है. जहां बच्चों को संस्कार सहित शिक्षा दी जाती है.

ये भी पढे़ं: टोंक के मालपुरा में लगा कर्फ्यू, विधायक ने कहा- गैर-जिम्मेदाराना अफसरों को संस्पेंड करना चाहिए

बता दें कि दौसा में विद्या भारती के 52 विद्यालय संचालित हैं. इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्या भारती के शैलेंद्र ने कहा कि आज युवा पीढ़ी भौतिकता की दौड़ में है, जिससे वह जीवन भर दुखी रहते हैं. सुखी रहने का गुण संस्कार से पैदा होता है.

दौसा. विद्या भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में बुधवार को अभिभावक सम्मेलन और नवीन भवन के लोकार्पण समारोह आयोजित हुआ. जिसमें मुख्य अतिथि के रूप में दौसा सांसद जसकौर मीणा पहुंची. इस दौरान उन्होंने समारोह को संबोधित करते हुए कहा कि विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में शिक्षा के साथ संस्कार भी दी जाती है.

आदर्श विद्या मंदिर में अभिभावक सम्मेलन में पहुंची दौसा सांसद

सांसद ने कहा कि सेवा भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में आज उन्हें आने का मौका मिला है. यह भारतीय संस्कृति का प्रेरणा स्थल है. भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित करने के लिए आदर्श विद्या मंदिर लगातार कार्य कर रहे हैं. इन संस्थाओं की जो परंपरा है वह निश्चित ही हमारे देश को गुरुत्व की ओर लेकर जा रही है.

उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों की परवरिश परिवार में हो रही है वह सही है, क्योंकि मां ही पहली शिक्षक होती है, जो बच्चों को संस्कार व शिक्षा देती है. लेकिन उसके बाद अगर कोई बच्चों को शिक्षा दे रहा है तो वह विद्या भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर है. जहां बच्चों को संस्कार सहित शिक्षा दी जाती है.

ये भी पढे़ं: टोंक के मालपुरा में लगा कर्फ्यू, विधायक ने कहा- गैर-जिम्मेदाराना अफसरों को संस्पेंड करना चाहिए

बता दें कि दौसा में विद्या भारती के 52 विद्यालय संचालित हैं. इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्या भारती के शैलेंद्र ने कहा कि आज युवा पीढ़ी भौतिकता की दौड़ में है, जिससे वह जीवन भर दुखी रहते हैं. सुखी रहने का गुण संस्कार से पैदा होता है.

Intro:विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में दी जाती है संस्कार सहित शिक्षा यह कहना है । दौसा सांसद जसकोर मीणा का विद्या भारती के द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में अभिभावक सम्मेलन एवं नवीन भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए सांसद जसकोर मीणा ने बात कही ।


Body:दौसा विद्या भारती द्वारा संचालित विद्यालयों में दी जाती है संस्कार सहित शिक्षा यह कहना है दौसा सांसद जसकोर मीणा का । विद्या भारती के द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में अभिभावक सम्मेलन एवं नवीन भवन के लोकार्पण समारोह को संबोधित करते हुए सांसद जसकोर मीणा ने ये बात कही । सांसद जसकोर मीणा ने कहा कि सेवा भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर में आज उन्हें आने का मौका मिला है यह भारतीय संस्कृति का प्रेरणा स्थल है । जहां आने का उन्हें मौका मिला है । भारतीय संस्कृति को गौरवान्वित करने के लिए आदर्श विद्या मंदिर लगातार कार्य कर रहे हैं । विद्या मंदिर संस्थाओं की जो परंपरा है वह निश्चित ही हमारे देश को गुरुत्व की ओर ले कर जा रही है । उन्होंने कहा कि हमारे बच्चों की परवरिश परिवार में हो रही है वह सही है । क्योंकि मां ही पहली शिक्षक होती है जो बच्चों को संस्कार व शिक्षा देती है । लेकिन उसके बाद अगर कोई बच्चों को शिक्षा दे रही है तो वह विद्या भारती द्वारा संचालित आदर्श विद्या मंदिर है। जो बच्चों को संस्कार सहित शिक्षा दे रहे हैं। दौसा में विद्या भारती के 52 विद्यालय संचालित हैं जो कि धीरे-धीरे प्रगति करें और इन का आंकड़ा 2 गुना 3 गुना बड़े एवं जिले के बच्चों को संस्कार सहित शिक्षा देकर आगे बढ़ाएं । इस दौरान कार्यक्रम के मुख्य वक्ता विद्या भारती के शैलेंद्र ने कहा कि आज युवा पीढ़ी भौतिकता की दौड़ में है जिससे जीवन भर दुखी रहते हैं । सुखी रहने का गुण संस्कार से पैदा होता है । बचपन में जो बालक राम बनता है वह संस्कार विहीन होकर लूटमार एवं हत्या करने लगता है । विदेशों में रहने वाले भौतिक व्यवस्थाओं को तो जूट लेता है परंतु माता पिता की सेवा नहीं कर पाते । संयुक्त परिवार टूट रहे हैं जबकि पश्चिमी देश भारत में योग धर्म 16 संस्कार सीखने आते हैं।
बाइट सांसद जसकोर मीणा


Conclusion:
ETV Bharat Logo

Copyright © 2024 Ushodaya Enterprises Pvt. Ltd., All Rights Reserved.