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दौसा में मंडी सचिव और व्यापारियों के बीच गहराया विवाद, मंडी की हड़ताल शुरू

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Published : Oct 8, 2020, 12:19 PM IST

प्रदेश के दौसा कृषि उपज मंडी में व्यापारियों और सचिव के बीच गहराए विवाद के बाद व्यापारियों ने मंडी बंद कर हड़ताल की घोषणा कर दी. पिछले दिनों पल्लेदारों के हड़ताल के चलते मंडी का कामकाज ठप था. ऐसे में अब व्यापारियों के मंडी सचिव के बीच विवाद बढ़ने से एक बार फिर मंडी का व्यापार ठप हो गया.

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मंडी सचिव व व्यापारियों के बीच गहराया विवाद

दौसा. जिला कृषि मंडी में कई दिनों से जारी गतिरोध और उलझता जा रहा है. पल्लेदारी हड़ताल खत्म होते ही व्यापारियों ने सचिव के विवाद को लेकर हड़ताल शुरू कर दी है. बुधवार से मंडी बंद कर मंडी अध्यक्ष व्यापार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौधरी के नेतृत्व में जिला कलेक्टर से मिलकर मंडी सचिव को हटाने की मांग की.

अध्यक्ष राकेश चौधरी ने बताया कि 2 दिन पहले सभी व्यापारी मंडी में खड़े थे. मंडी सचिव ने अभद्रता कर व्यापारियों को धमकी दी. दुकान और घर के बाहर जाकर भी गाली गलौच अभद्रता की. इसको लेकर व्यापारियों ने निर्णय किया कि मंडी सचिव का तबादला होने तक मंडी नहीं खोली जाएगी. मंडी सचिव के कार्य से व्यापारी भयभीत हैं. जिसको लेकर व्यापारियों ने हड़ताल कर जिला कलेक्टर से मिलकर मंडी सचिव को हटाने की मांग की.

पढ़ें: आवासीय के साथ अब व्यवसायिक संपत्तियां भी बिकी, 286 संपत्तियों से मिला 41 करोड़ रुपए का राजस्व

इस पूरे मामले को लेकर मंडी सचिव संतोष मीणा का कहना है कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं. पल्लेदारों को पुरानी दर पर ही कार्य करने के लिए राजी कर उन्होंने हड़ताल खत्म करवाई थी. उसके बावजूद मंडी अध्यक्ष मनमानी करते हुए व्यापारियों को बहकाकर मंडी नहीं खोलने दे रहा था. हड़ताल से किसान परेशान हो रहे हैं. राजस्व का नुकसान भी हो रहा था. मामले को लेकर जिला कलेक्टर को अवगत करवा दिया गया है.

दौसा. जिला कृषि मंडी में कई दिनों से जारी गतिरोध और उलझता जा रहा है. पल्लेदारी हड़ताल खत्म होते ही व्यापारियों ने सचिव के विवाद को लेकर हड़ताल शुरू कर दी है. बुधवार से मंडी बंद कर मंडी अध्यक्ष व्यापार एसोसिएशन के अध्यक्ष राकेश चौधरी के नेतृत्व में जिला कलेक्टर से मिलकर मंडी सचिव को हटाने की मांग की.

अध्यक्ष राकेश चौधरी ने बताया कि 2 दिन पहले सभी व्यापारी मंडी में खड़े थे. मंडी सचिव ने अभद्रता कर व्यापारियों को धमकी दी. दुकान और घर के बाहर जाकर भी गाली गलौच अभद्रता की. इसको लेकर व्यापारियों ने निर्णय किया कि मंडी सचिव का तबादला होने तक मंडी नहीं खोली जाएगी. मंडी सचिव के कार्य से व्यापारी भयभीत हैं. जिसको लेकर व्यापारियों ने हड़ताल कर जिला कलेक्टर से मिलकर मंडी सचिव को हटाने की मांग की.

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इस पूरे मामले को लेकर मंडी सचिव संतोष मीणा का कहना है कि उन पर लगाए गए सभी आरोप झूठे हैं. पल्लेदारों को पुरानी दर पर ही कार्य करने के लिए राजी कर उन्होंने हड़ताल खत्म करवाई थी. उसके बावजूद मंडी अध्यक्ष मनमानी करते हुए व्यापारियों को बहकाकर मंडी नहीं खोलने दे रहा था. हड़ताल से किसान परेशान हो रहे हैं. राजस्व का नुकसान भी हो रहा था. मामले को लेकर जिला कलेक्टर को अवगत करवा दिया गया है.

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