दौसा. जिले में धनतेरस के अवसर पर आयुष आयुर्वेद विभाग की ओर से धनवंतरी जयंती बड़ी धूमधाम से मनाई गई. इस अवसर पर कोरोना काल में बेहतरीन कार्य करने वाले आयुर्वेद के कर्मचारियों का सम्मान किया गया. शुक्रवार को आयुर्वेद विभाग के जिला कार्यालय पर धनवंतरी जयंती का आयोजन किया गया.
कार्यक्रम के मुख्य अतिथि जिला परिषद कार्यकारी अधिकारी लक्ष्मीकांत बालोत रहे. इस दौरान मुख्य अतिथि ने कोरोना काल में बेहतरीन कार्य करने वाले आयुर्वेद विभाग के कर्मचारियों का प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया. आयुर्वेद के प्रमुख चिकित्सा अधिकारी वेद विष्णु कांत तिवाड़ी ने बताया कि धनतेरस के दिन भगवान धनवंतरी जी का अवतार हुआ था. जिनको आयुर्वेद का जनक कहा जाता है, जिसके चलते धनवंतरी जयंती मनाई जाती है.
आयुर्वेद विभाग की ओर से आयुर्वेद के जनक की जयंती बड़े धूमधाम से मनाई जाती है. इसी दिन से पांच दिवसीय दीपोत्सव का शुभारंभ होता है. वेद विष्णु कांत तिवाड़ी ने बताया कि समुद्र मंथन के दौरान नवरात्र में से एक धनवंतरी जी का भी प्रादुर्भाव हुआ था जो कि धनतेरस के रूप में मनाया जाता है.
ऐसे में भगवान धनवंतरी जी की जयंती धनतेरस के दिन मनाई जाती है. साथ ही उन्हेंने कहा कि भगवान धनवंतरी आयुर्वेद के जनक भी हैं. इसीलिए आयुर्वेद विभाग उनकी पूजा अर्चना कर विशेष रूप से धनवंतरी जयंती मनाता है. वहीं, कार्यक्रम के मुख्य अतिथि लक्ष्मीकांत बालोत ने बताया कि कोराना काल में बेहतरीन कार्य करने वाले आयुर्वेद विभाग के कर्मचारियों को सम्मानित करने के लिए बेहतरीन कार्य करने के लिए प्रेरित किया गया है.