दौसा. संस्कृत शिक्षा को लेकर शुक्रवार को दौसा जिले को बड़ी सौगात मिली है. लंबे समय से आचार्य के रूप में संचालित शास्त्री संस्कृत महाविद्यालय को अब आचार्य का दर्जा दिया गया है. इससे दौसा, सवाई माधोपुर और करौली सहित कई जिलों के छात्रों को संस्कृत शिक्षा में आगे बढ़ने का मौका मिलेगा. संस्कृत शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग ने जिले को सौगात देते हुए संस्कृत शिक्षा के कॉलेज को शास्त्री से आचार्य स्तर पर क्रमोन्नत किया है.
शुक्रवार को इस नव क्रमोन्नत महाविद्यालय का संस्कृत शिक्षा मंत्री सुभाष गर्ग ने विधिवत शुभारंभ किया. इस अवसर पर विधायक मुरारी लाल मीणा भी मौजूद रहे. कोविड-19 को देखते हुए आयोजित एक साधा कार्यक्रम के दौरान विधायक मुरारी लाल मीणा ने कहा कि शिक्षा के क्षेत्र में दौसा में अनेक संस्थाएं खुल चुकी हैं. ऐसे में अब राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज भी खोला जाए. इस मांग पर मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि प्रदेश में एक भी गवर्नमेंट का इंजीनियरिंग कॉलेज नहीं है. ऐसे में यदि प्रदेश में एक भी राजकीय इंजीनियरिंग कॉलेज खोला जाएगा तो सबसे पहले दौसा में खोला जाएगा.
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इस दौरान उन्होंने भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा कि भारतीय जनता पार्टी संस्कृत शिक्षा की बात करती है, लेकिन अब तक देश में और प्रदेश में भाजपा शासन काल के दौरान संस्कृत एजुकेशन से जुड़े बड़े संस्थान को नहीं खोले गए हैं. उन्होंने कहा कि गत भाजपा शासनकाल में केवल एक स्कूल को क्रमोन्नत किया गया था. वहीं जितने भी प्रदेश में महाविद्यालय और विश्वविद्यालय खुले है, वे सब कांग्रेस शासनकाल में खोले गए हैं.
गुर्जर आंदोलन को लेकर मंत्री सुभाष गर्ग ने कहा कि सबको अपना अधिकार मांगने का हक है, लेकिन किसी को भी अहिंसात्मक आंदोलन करने का कोई अधिकार नहीं है. ऐसे में गुर्जर अपनी मांग सरकार के समक्ष तो रखे, लेकिन इस तरह का कोई आंदोलन ना करें.