मेंहदीपुर बालाजी (दौसा). क्षेत्र में सोमवती अमावस्या के अवसर पर सिद्धपीठ बालाजी धाम के महंत किशोरपुरी महाराज ने एक विशेष शिविर का आयोजन किया. शिविर में सोशल डिस्टेंसिंग की पालना कर 600 ब्राह्मणों और 300 बालिकाओं को महंत किशोरपुरी महाराज ने कोरोना वैश्विक महामारी में विशेष धर्म लाभ और जनोपयोगी सामान देकर सोमवती अमावस्या का महत्व बताया. इस दौरान महंत किशोरपुरी महाराज ने जरूरतमंद ब्राह्मणों को कबंल, वस्त्र और बालिकाओं को कंबल, पोशाक, प्रसादी सहित दक्षिणा देकर धर्म लाभ कमाया.
जनसेवा कार्यक्रम के दौरान महंत किशोरपुरी महाराज ने कहा कि अन्नदान, वस्त्रदान, विद्यादान, अभयदान और धनदान, इंसान को पुण्य का भागी बनाते हैं. किसी भी वस्तु का दान करने से मन को सांसारिक मोह और दुखों से छुटकारा मिलता है. हर तरह के लगाव और भाव को छोड़ने की शुरुआत दान और क्षमा से ही होती है. उन्होंने ने बताया कि रामचरितमानस में गोस्वामी तुलसीदास ने कहा है कि परहित के समान कोई धर्म नहीं है और दूसरों को कष्ट देने के समान कोई पाप नहीं है. दान ऐसा कार्य है, जिसके जरिए हम धर्म का पालन कर अपने जीवन की तमाम समस्याओं से भी निकल सकते हैं.
बालाजी मंदिर ट्रस्ट 3 जिलों के जरूरतमंदों के लिए देगा 3000 कंबल...
घाटा मेहंदीपुर बालाजी मंदिर ट्रस्ट द्वारा दौसा, करौली और भरतपुर जिला प्रशासन को 3000 कंबल सौंपे जाएंगे. महंत किशोर पुरी महाराज ने बताया कि मंदिर ट्रस्ट ने दौसा करौली और भरतपुर जिले के एक-एक हजार जरूरतमंद लोगों को सर्दी से बचाव के लिए गर्म कंबल देने का निर्णय लिया है. इसे लेकर इन जिलों के जिला कलेक्टरों से भी दूरभाष पर चर्चा हो चुकी है. इन कंबलों को संबंधित जिला कलेक्टरों के माध्यम से अपने-अपने जिलों में जरूरतमंद लोगों को वितरित कराया जाएगा.
सोमवती अमावस्या पर जनसेवा शिविर का आयोजन...
दौसा में जरूरतमंदों के लिए सोमवती अमावस्या पर जनसेवा शिविर का आयोजन किया गया. जिसमे कस्बे और ग्रामीण क्षेत्र के जरूरतमंद ब्राह्मणों को और स्कूली बालिकाओ को ड्रेस पठन सामग्री गर्म वस्त्र, बर्तन और गुप्त दान दिया गया. सोमवार सुबह से शुरू हुए जनसेवा शिविर में महंत निवास मे महंत महाराज कोरोना गाइडलाइन की पालना करते हुए बारी-बारी से 600 ब्राह्मणों को कंबल स्वर्ण निर्मित वस्तु पांच कपड़े नकद दक्षिणा उपहार स्वरूप भेंट कर ब्राह्मणों से आशीर्वाद लिया.