दौसा. सरकार की जन विरोधी नीतियों के खिलाफ, भारतीय जनता पार्टी के युवा मोर्चा के पदाधिकारियों ने बुधवार को जिला कलेक्ट्रेट में स्थित गणेश जी को ज्ञापन सौंपकर सरकार की सद्बुद्धि की कामना की है. इस दौरान विक्रम गुर्जर ने बताया कि प्रदेश की वर्तमान कांग्रेस सरकार द्वारा बिजली दरों को बढ़ाकर आम जन के साथ धोखा किया है. उन्होंने अपने घोषणापत्र में वादा किया था कि बिजली की दरें नहीं बढ़ाई जाएगी.
युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष विक्रम गुर्जर ने बताया कि राजस्थान सरकार दिन-ब-दिन जनविरोधी निर्णय लेती जा रही है, जिसके चलते उन्होंने बिजली दर में बढ़ोतरी कर दी है. जिससे कि आमजन और किसान त्रस्त होंगे और किसान पर गरीबी के साथ-साथ बिजली की मार भी पड़ेगी.
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राजस्थान में कुल 1 करोड़ 20 लाख परिवार बिजली का उपयोग करते हैं. इनमें से 68 प्रतिशत किसान परिवार हैं. सरकार ने प्रति यूनिट उपभोक्ताओं के बढ़ाने के साथ ही 115 रुपये प्रतिमाह फिक्स चार्ज बढ़ाकर अब तक की सबसे अधिक विद्युत दरों को बढ़ाकर आम आदमी के साथ धोखा किया है.
विभाग द्वारा वैसे ही किसानों को रात में बिजली दी जाती है, जिससे कि किसान खेत में पानी देने में परेशान होता है. जिस वजह से खेतों में पैदावार अच्छी नहीं हो पाती है. साथ ही बिजली की दरों में बढ़ोतरी कर सरकार ने सीधा-सीधा किसानों के साथ धोखा किया है. जिसको लेकर युवा मोर्चा के जिला अध्यक्ष विक्रम गुर्जर के नेतृत्व में मोर्चा के पदाधिकारियों ने कलेक्ट्रेट परिसर में स्थित गणेश जी की प्रतिमा को ज्ञापन देकर सरकार के सदबुद्धि की कामना की है.
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अजमेर के केकड़ी में विरोध प्रदर्शन-
अजमेर में केकड़ी के भाजपा कार्यकर्ताओं ने बुधवार को प्रदेश में बिजली की बढ़ी हुई दरों को लेकर विरोध प्रदर्शन करते हुए राज्यपाल के नाम उपखंड अधिकारी को ज्ञापन सौंपा है. साथ ही बढ़ी बिजली दरों को तुरन्त प्रभाव से वापिस लेने की मांग की है.
जानकारी के अनुसार भाजपा कार्यकर्ता तीन बत्ती चैराहे से रैली के रुप मे रवाना हुए. भाजपा कार्यकर्ता कांग्रेस सरकार के खिलाफ नारेबाजी करते हुए उपखंड़ कार्यालय पहुंचे. जहां पर उपखंड अधिकारी सुरेन्द्र सिंह राजपुरोहित को राज्यपाल के नाम ज्ञापन सौंपा है.
कार्यकर्ताओं ने आरोप लगाया कि कांग्रेस सरकार ने घोषणा पत्र मे वादा किया था कि बिजली दरें नही बढ़ाई जाएगी. इसके बावजूद बिजली की दरें बढ़ाने के साथ-साथ सरचार्ज के नाम पर भी वसूली की जा रही है. जों कि प्रदेश के लोगों के साथ खिलवाड़ हैं.
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साथ ही प्रदेश में सरकार ने घरेलु उपभोक्ताओं पर फरवरी माह से ही 15 से 20 प्रतिशत भार बढ़ाया है. जो कि गरीब और आमजन की जेब पर भार है. वहीं भाजपा कार्यकर्ताओं ने बढ़ी बिजली दरों को तुरन्त प्रभाव से वापिस लेने की मांग की है.